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बेगूसराय : प्रेम-प्रसंग में हुई थी चाचा-भतीजे की हत्या, पुलिस ने 36 घंटे के अंदर सुलझाया केस, हत्यारे गिरफ्तार

बेगुसराय के बखरी थाना क्षेत्र के सिसौनी गांव में रविवार को हुए दोहरे हत्याकांड का बखरी पुलिस ने महज 36 घंटे में उद्भेदन कर लिया है. प्रेम-प्रसंग के कारण ही चाचा-भतीजे की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. इसका खुलासा बखरी थाना पर आयोजित प्रेस वार्ता में एसडीपीओ ओमप्रकाश ने किया.

एसडीपीओ ने बताया कि कामेचक निवासी राजगीर सदा की पुत्री संगीता का गांव के ही चंद्रशेखर सदा के पुत्र राजीव सदा से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो लड़की के परिवारवालों को नागवार गुजर रहा था. एसडीपीओ ने बताया बीते 19 अगस्त को संगीता व राजीव घर से भाग निकले. पुनः 21 अगस्त को राजीव संगीता को अपने घर ले आया. अगले दिन 22 अगस्त को राजीव के घर बवाल हुआ ग्रामीणों व बुद्धजीवियों ने मामले को शांत कराया. बाद में लड़की के बहनोई बखरी थाना क्षेत्र के कर्णपूर निवासी राकेश सदा अपनी पत्नी पूजा कामेचक पहुंचा और वहां से संगीता को कर्णपूर ले आया. कर्णपूर पहुंचने के बाद संगीता तीन दिन तक अपने प्यार से अलग होने के गम में गुमसुम रही खाना-पीना सब त्याग दिया. अपने प्यार को हासिल करने के लिए संगीता खुद को नही रोक पायी और 25 अगस्त को मोबाइल से उसने राजीव से संपर्क साधा. 26 अगस्त की देर रात्रि करीब एक बजे बहनोई के सोने के बाद चुपके से उसके मोबाइल निकाल अपने प्रेमी राजीव से बात करने लगी. इसी बीच उसके बहनोई की नींद खुल गई और उसने संगीता से मोबाइल छीन कर डांट फटकार लगाई. 26 अगस्त को भी संगीता राजीव से लगातार संपर्क में रही. उसी दिन घर के सब लोगों के सोने के पश्चात रात्रि करीब डेढ़ बजे संगीता अपने बहनोई के घर से निकल गई. लेकिन उसी समय बहनोई राकेश की नींद फिर खुल गई. उसने संगीता का पीछा करना शुरू किया. जब तक राकेश संगीता के पास पहुंचता तबतक वह पूर्व से सीसौनी चौर में इंतजार कर रहे अपने प्रेमी राजीव व उसके सहयोगी भगवान सदा के पास पहुंच चुकी थी. उसके बाद राकेश के साथ उन दोनों के साथ बकझक होने लगा. हाथापायी भी हुई संगीता के बहनोई राकेश ने खुद को कमजोर पड़ता देख उसने अपने चचेरे भाई चंदन सदा व छोटे भाई मुकेश को फोन कर घटनास्थलन पर बुला लिया. उसके बाद तीनों भाइयों ने राजीव व भगवान सदा के साथ जमकर मारपीट की. दोनों को बुरी तरह पीट पीटकर राजीव व भगवान को अलग-अलग हाथ पीछे कर उसी के गमछे से बांध दिया.

दोनों को बंधक बनाने के बाद राकेश ने कामेचक अपने ससुर राजगीर सदा को फोन किया और पूरी जानकारी दी. उसने कहा कि उसकी बेटी यहां भी नाक कटा देगी. पूरे घटनाक्रम को सुनने के बाद लड़की के पिता ने राजीव व भगवान को जान से मार देने की सलाह दी. तब उक्त तीनों ने राजीव व भगवान को गला दबाकर मार डाला. दोनों जिंदा ना बच पाए इसकी संतुष्टि के लिए दोनों को करीब आधे घंटे तक पानी में दबाए रखा. उसके बाद दोनों के शव को पास के खरही में फेंक दिया. इधर, पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद राकेश की निशानदेही पर मृतक राजीव व भगवान के मोबाइल को घटनास्थल के समीप पानी से बरामद कर लिया.

बताते चले कि चार दिन बाद 30 सितंबर को शव मिलने पर प्रथम दृष्या शव देखने पर दोनों का शव काफी सड़ चुडा़ था. गर्दन का ऊपरी हिस्सा सिर्फ नर कंकाल का रह गया था. जिसने भी शव को देखा हत्या गला काटकर कयाश लगाने लगा. बहरहाल, एसडीपीओ ने बताया कि महज 36 घंटे के भीतर इस सफलता को प्राप्त करने पर एसपी द्वारा गठित टीम में शामिल थानाध्यक्ष अजीत कुमार, एएसआई दुर्गेश कुमार, राजेश सिंह, रविन्द्र पाल सहित अन्य पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).

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