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रामगढ़ : सीसीएल के उरिमारी भूमिगत खदान में ड्रिल करने के दौरान विस्फोट, चार मजदूर झुलसे

खालिद अनवर

झारखंड के रामगढ़ में शनिवार को सीसीएल के उरिमारी भूमिगत खदान में ड्रिल करने के दौरान जोरदार बिस्फोट हुआ है. जिसमे चार मजदुर बुरी तरह झुलस गए हैं.

बताया जाता है कि सीसीएल के उरिमारी भूमिगत खदान में शनिवार सुबह से मजदूर कोयला निकालने के लिए खदान में घुसे थे और सेफ्टी ऑफिसर की अनुपस्थिति मे ही मजदूरों के द्वारा ड्रिल किया जा रहा था. इस दौरान बारूद बिस्फोट कर गया. धमाका इतना शक्तिशाली था कि पास में काम कर रहे ड्रिल मेन के अलावे तीन मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया और मजदुर गंभीर रूप से झुलस गए. मजदूरों की हालात चिंता जनक बनी हुई है. एक ओर जहां घटना की सुचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच घायलों को खदान के अंदर से निकाल कर बेहतर इलाज के लिए रांची स्थित सीसीएल अस्पताल भेजा तो दूसरी ओर घटना की सुचना मिलते ही घायलों के परिजन व आस पास के लोग जमा हो गए.

घायलों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि सीसीएल प्रबंधन के द्वारा कोयला उत्खनन को लेकर मजदूरों पर दबाव बनाया जाता है. लेकिन सुरक्षा का कोई इंतेजाम नहीं किया जाता है. रोजाना खदान के अंदर सेफ्टी ऑफिसर को जाकर सुरक्षा को लेकर दिशा निर्देश दिया जाने का नियम होने के बावजूद सेफ्टी ऑफिसर खदान में जाते नहीं है और मजदूरों को दबाव बनाते है. कोयला ज्यादा से ज्यादा निकालने के लिए इसीलिए यह हादसा हुआ है. अगर सेफ्टी ऑफिसर खदान के अंदर होते तो यह घटना शायद नहीं घटती. सीसीएल हर साल सुरक्षा सप्ताह शायद इसी लिए मनाता है के कोई हादसा न हो लेकिन अधिकारियों की लापरवाही अगर देखनी है तो सीसीएल के कोइलरी में देखा जा सकता है. अधिकारियों को सिर्फ कोयला उत्पादन कर अपने प्ररमोश का ध्यान रहता है. मजदूरों की सुरक्षा से इनको कोई सारोकार नहीं रहता.

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