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नालंदा : किशोरी ने दुपट्टे से फांसी लगाकर की आत्महत्या, पिछले साल मानव तस्करी की हुई थी शिकार

नालंदा के सिलाव थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव में एक किशोरी ने बीती रात फंदे से झूल आत्महत्या कर ली. मृतका इंद्रजीत कुमार की (15) वर्षीय पुत्री अंजली भारती है. पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए देर रात सदर अस्पताल लेकर पहुंची, लेकिन डॉक्टर की लापरवाही की वजह से घंटो शव मोर्चरी रूम में पड़ा रहा. वहीं जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के आठ घंटे बाद शव का पोस्टमार्टम हो सका. मृतका दो भाइयों में सबसे बड़ी थी और इसी वर्ष उसने मैट्रिक की परीक्षा दी थी, जिसमें वह फर्स्ट डिवीजन से पास हुई थी.

आत्महत्या की वजह

दरअसल पिछले 5 साल से किशोरी अपने माता-पिता एवं भाइयों के साथ रामचंद्रपुर मोहल्ले में किराए पर रहती थी. लहेरी थाना में किशोरी की मान ने पिछले साल अक्टूबर महीने में 14 वर्षीय पुत्री के गायब होने की एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए किशोरी को पूर्णिया से बरामद किया था. किशोरी ने कोर्ट में ब्यान दी कि दो लोगों ने उसे अगवा कर बेच दिया था. इस मामले में दोनों आरोपित फरार चल रहे थे. न्यायालय के आदेश पर लहेरी थाना क्षेत्र के मंगला स्थान निवासी निशांत कुमार के घर में कुर्की की कार्रवाई की गई, जबकि एक अन्य आरोपी राजू उर्फ श्रवण यादव ने कुर्की के पहले सरेंडर कर दिया. किशोरी के बरामद होने के उपरांत परिवार गांव में रहने चला गया. तब से किशोरी मानसिक रूप से परेशान रह रही थी. गुरुवार की शाम जब घर के सदस्य बाहर गलियों में बैठा हुआ था उसी वक्त उसने खुद को कमरे के अंदर बंद कर लिया और दुपट्टे के सहारे फांसी का फंदा बना आत्महत्या कर ली. जब दरवाजा तोड़ा गया तो वह बांस के सहारे फंदे से लटकी हुई थी. इसके बाद आस-पड़ोस और स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई.

सुसाइड नोट के अंश

पूज्य पिताजी

सादर प्रणाम

मैं अपना जीवन जीना नहीं चाहती हूं. सविनय निवेदन यह है कि गलती मैं की हूं. वह माफी देने लायक नहीं है, फिर भी हमें सभी परिवार माफ कर दिए हैं. हम परिवार के साथ खिलवाड़ किए हैं, वो हमें जीने लायक नहीं है. मेरा परिवार हर खुशी देते हैं, जो हमें जीने लायक नहीं हैं. जो मांगा सब कुछ मिला फिर भी मेरे मम्मी-पापा, चाचा-चाची और सभी परिवार को अपनी किए गलती की वजह से कहीं सर उठा कर जीने लायक नहीं छोड़ा. फिर भी परिवार हमें फूल की तरह मानते हैं. मैं अपने किए गलती के कारण सभी परिवार को उदास देख कर जीना नहीं पसंद करती हूं. परिवार हमें खुशी देते रहे फिर भी हम उनके साथ हमेशा धोखा देते रहें हम जो गलती किए हैं, उसके माफी मांगने लायक नहीं है.

अतः इसलिए मैं (अंजली भारती) अपनी इच्छा पूर्वक अपना जीवन त्याग रही हूं. इसलिए मेरा कोई परिवार दोषी नहीं है. मैं अपनी मर्जी से अपनी जीवन लीला समाप्त करती हूं, हो सके तो पापा हमें माफ कर दीजिएगा.
आपकी प्यारी पुत्री
अंजली भारती

बीएमपी जवान है किशोरी के पिता

किशोरी के पिता वर्तमान में मुंगेर जिले में बीएमपी के पद पर तैनात हैं. बेटी की खुदकुशी की सूचना पर वे गांव पहुंचे और शव को लेकर सदर अस्पताल आएं. उन्होंने कहा कि जब से उनकी बेटी के साथ घटना हुई थी तब से वह परेशान रह रही थी, यही कारण है कि ऐसे हम लोग गांव लेकर चले गए ताकि वह घर परिवार के बीच रहकर अपने साथ हुए हादसे को भुला सके, लेकिन शायद वह उन बातों को नहीं भूली और सुसाइड कर ली. बच्चों की पढ़ाई लिखाई को लेकर शहर में नया घर भी बनाया है, लेकिन वहां सपरिवार रहने के पहले ही यह हादसा हो गया. वहीं सिलाव थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि यूडी केस दर्ज कर पुलिस अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है. मृतका की कॉपी से सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है. पुलिस पूरे मामले की अनुसंधान कर रही है. (प्रणय राज की रिपोर्ट).

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