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कैमूर : नप के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी के कई ठिकानों पर विजिलेंस की टीम ने की छापेमारी

कैमूर से बड़ी खबर है, जहां भभुआ नगर परिषद के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के कई ठिकानों पर विजिलेंस की टीम ने छापामारी की. जिसमे बिहार सहित कई राज्यो मेंमहंगे फ्लैट मिले हैं. 22 करोड़ के गबन मामले में भभुआ नगर परिषद के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी सह वर्तमान हाजीपुर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्त पहले से ही निलंबित हैं. भभुआ के पूर्व सभापति बजरंग बहादुर सिंह ने सीएम के जनता दरबार मे गुहार लगाई थी.

बता दें है कि वर्ष 16-17, 17- 18 एवं 19-20 में भभुआ नगर परिषद में 22 करोड़ से भी ज्यादा रुपया का गबन का मामला सामने आया था, जिसमें बिना कार्य कराए अपने चहेते संवेदक और जूनियर इंजीनियर ,कार्यलय के बाद बाबू के मिली भगत 22 करोड़ का गबन किया गया. यह आरोप भभुआ नगर परिषद के पूर्व सभापति बजरंग बहादुर सिंह उर्फ मलाई सिंह ने लगाया था. जिसपर जिला प्रशासन ने जांच भी किया पर कार्रवाई नहीं की. संविदा पर बहाल जूनियर इंजीनियर राहुल सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी के माता-पिता, पत्नी के खाते में सरकारी पैसे का लेन-देन किया गया. जिसका प्रमाण भी दिया. सरकारी पैसे से हवाई यात्रा, लग्जरी गाड़ी, सोने की खरीदारी भी खर्च किया गया. पूर्व सभापति ने आरोप में कहा कि जगदीशपुर में 60 करोड़, डुमरांव में 50 करोड़, भभुआ में 22 करोड़ का कार्यपालक पदाधिकारी दौरा किया गया. जिसको लेकर सीएम के जनता दरबार मे गुहार के बाद भभुआ के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी अनुभति श्रीवास्त को निलंबित किया गया.

वहीं पूर्व सभापति ने न्यूज रिपोर्टरों को धन्यवाद दिया जिन्होंने खबर को प्रमुखता से दिखाया था कि संविदा पर बहाल जूनियर इंजीनियर कैसे बना करोड़ो का मालिक. आज भ्रष्टाचारी कार्यपालक पदाधिकारी पर कार्रवाई होने से पूर्व सभापति भभुआ नगर परिषद के खुश है. साथ ही उन्होंने बिहार सीएम को बहुत बहुत धन्यवाद दिया. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).

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