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बेतिया : असामाजिक तत्वों ने पुलिस वाहन पर हमला कर शराब कारोबारी को छुड़ाया, बोलेरो का शीशा तोड़ा

बेतिया/पश्चिम चंपारण से बड़ी खबर है, जहां सोमवार को मझौलिया पीएचसी परिसर में बीमार शराब कारोबारी का इलाज कराने पीएचसी गयी मझौलिया पुलिस को कारोबारी के समर्थकों ने बोलेरो चालक रितेश कुमार और उसके साथी की पिटायी कर कारोबारी को पुलिस चंगुल से मुक्त करा लिया. असामाजिक तत्वों ने पुलिस वाहन पर हमला करते हुए पुलिस की बोलेरो के शीशे भी तोड़ दिए.

वहीं घटना के बाद घायल चालक रितेश की सूचना पर एसआई रविन्द्र यादव और बाल्मिकी प्रसाद सिंह पुलिस फ़ोर्स के साथ पीएचसी पहुंचे और बड़ी मशक्कत के बाद कारोबारी को असमाजिक तत्वों के चंगुल से छोड़ा कर बेतिया जेल भेजा. मामले में आठ ज्ञात और 32 अज्ञात लोगों पर एफआईआर किया गया है. जिसमें महिला व पुरुष भी शामिल है.

बता दें कि पुलिस पर हमला करनेवालों तथा बोलेरो का शीश फोड़ने वालों की गिरफ्तारी के लिये कारोबारी के गावं बैठनिया के मजरूटी टोला में पुलिस गिरफ्तारी के लिये कैम्प कर रही है. सभी संदिग्ध आरोपी फरार है. इधर, घायल बोलेरो चालक का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मझौलिया में किया गया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सलाम ने बताया कि चालक को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि रितेश और उसका दोस्त खतरे से बाहर है.

वहीं इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि रविवार के शाम सात बजे रामजीत यादव और नागेंद्र साह को पुलिस ने महोदीपुर से चुलाई शराब के साथ रंगे हाथ पकड़ा. दोनों के पास अवस्थित झोला से दो-दो लीटर चुलायी शराब बरामद किया गया. रात में पुलिस हाजत में रामजीत यादव थरथराने लगा. सोमवार की सुबह उसे इलाज के लिये पीएचसी ले जाया गया, जहां रामजीत के समर्थक पहले से 40 से 50 की संख्या में महिला-पुरुष तैनात थे. कुछ ग्रामीण कोविड-19 का टीका लेने पीएचसी पहुंचे थे. सबो ने चालक रितेश और उसके एक साथी को लप्पड़-थप्पड़ करके बोलेरो से नीचे गिरा दिया तथा बोलेरो के शीशा को लाठी के हुर्रा से तोड़ डाला. किसी तरह जान बचाकर चालक ने थानाध्यक्ष को घटना की सूचना दी. त्वरित कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने तीन एसआई के साथ पुलिस बल को भेजा. तब जाकर रामजीत को बड़ी मशक्कत के बाद पुनः पुलिस कस्टडी में लेकर जेल भेजा गया. (सत्येंद्र श्रीवास्तव की रिपोर्ट).

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