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बेगूसराय : डीएम ने पैदल चलकर जाति आधारित गणना का लिया जायजा

बेगूसराय में बिहार में सात जनवरी से शुरू किए गए जाति आधारित गणना कार्यक्रम के तहत सभी नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य शुरू कर दिया गया है. पहले चरण में 21 जनवरी तक मकान चिन्हित कर उसका नंबरीकरण किया जा रहा है. सोमवार को डीएम रोशन कुशवाहा ने अधिकारियों की टीम के साथ नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 35 एवं एक में गणना कार्य की समीक्षा की तथा स्थानीय लोगों से फीडबैक लेते हुए उन्हें सही जानकारी देने की अपील की.

एडीएम सहित सभी अधिकारियों की टीम के साथ डीएम सबसे पहले वार्ड संख्या 35 स्थित गणना ब्लॉक-38 और उप ब्लॉक आठ में पहुंचे. यहां मकान सूचीकरण कार्य में लगे प्रगणक, पर्यवेक्षक और पदाधिकारियों से संबंधित जानकारी और नक्शा लेने के बाद डीएम ने खुद पैदल ही ब्लॉक के चारों और भ्रमण किया. डीएम ने स्थानीय लोगों से प्रगणक द्वारा ली गई जानकारी के संबंध में फीडबैक लेने के दौरान लोगों से अपील किया कि जाति आधारित गणना का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए कर्मियों को सभी जानकारी पूर्ण रूप से दें, ताकि सरकार के उद्देश्य की पूर्ति हो सके. इसके बाद डीएम ने वार्ड संख्या-एक में भी जाकर जानकारी लेने के बाद स्थानीय लोगों से फीडबैक लिया.

वहीं डीएम ने बताया कि जिले में गणना कार्य के लिए 7826 प्रगणक एवं 1376 पर्यवेक्षक, 18 सहायक चार्ज अधिकारी, 24 चार्ज अधिकारी एवं 24 वरीय प्रभारी पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं. जाति आधारित गणना के प्रथम चरण में सात जनवरी से मकान गणना, सूचीकरण और नंबरीकरण का कार्य चल रहा है, अभी मकान चिन्हित करने एवं क्षेत्र भ्रमण करने के साथ मकान के नंबरीकरण की प्रक्रिया चल रही है. सभी प्रगणक को प्रत्येक दिन 10 से 15 मकान का नंबरीकरण करने का संकेतिक लक्ष्य दिया गया है। उम्मीद है कि यह मकान गणना का कार्य 18 जनवरी तक होने के बाद इसकी प्रक्रिया 21 जनवरी तक पूरी कर ली जाएगी, द्वितीय चरण में मार्च-अप्रैल में निवासियों की गणना का कार्य किया जाएगा. संक्षिप्त मकान सूची से संबंधित प्रपत्र में मकान सूचीकरण एवं नंबरीकरण के समय परिवारों की मकान सूचना संकलित की जा रही है. संक्षिप्त मकान सूची के प्रथम भाग में गणना क्षेत्र के पहचान संबंधित विवरण को लोकेशन कोड के साथ भरा जाना है. भाग-दो में नियमित वासों में रहने वाले परिवारों एवं भाग-तीन में अनियमित वासों में रहने वाले परिवारों और व्यक्तियों का सूचीकरण किया जाएगा. सभी प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों को निर्धारित परिचय-पत्र के साथ ही क्षेत्र में जाने का निर्देश दिया गया है, ताकि कोई अनाधिकृत व्यक्ति इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सके. सभी कार्य नियमानुकूल और समय पर त्रुटिरहित करने का निर्देश दिया गया है, इसकी लगातार समीक्षा भी होगी. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).

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