कैमूर : ओडीएफ जिला घोषित होने के बावजूद विद्यालय में बने क्वारेंटाइन सेंटर में नहीं है शौचालय, प्रवासी कर रहे गांव के खेतों का इस्तेमाल, ग्रामीणों को सता रहा संक्रमण का भय
कैमूर में कोरोना ने शिक्षा व्यवस्था और जिले को खुले में शौच से मुक्त किये जाने के दावों की पोल खोलकर रख दी है. मनिहारी स्थित नेहरू स्मारक प्लस टू विद्यालय काहारी में कोई शौचालय ही नही है. इसका खुलासा कोरोना काल में बाहर से आने वाले प्रवासियों के रहने के लिए विद्यालय को क्वारेंटाइन सेंटर बनाये जाने के बाद हुआ है.
बता दें कि विद्यालय में बने क्वारेंटाइन सेंटर में पांच दर्जन से ज्यादा प्रवासियों को ठहराया गया है लेकिन विद्यालय में शौचालय नहीं होने की वजह से उसमे ठहरे सभी पुरुष-महिलाएं और बच्चे गांव के खेतों में शौच के लिए जा रहे हैं. वहीं इस बात का पता चलने के बाद अब गांव वालों के होश उड़ गए हैं. क्वारेंटाइन किये गए लोगों के यूं गांव में जाकर खुले में शौच करने से गांव के लोगों को संक्रमण फैलने का भय सताने लगा है.
गांव वालों की माने तो सेंटर में लोगों को रखने के बाद आजतक कोई डॉक्टर उनकी जांच पड़ताल तक करने नहीं आया है, जिससे यह पता नही चल रहा है कि कोई ठीक है या संक्रमित. ग्रामीण बताते हैं कि विद्यालय में जो शौचालय बना था वह कब का भट कर खराब हो चुका है और वहां ठहरे प्रवासी खेतो का इस्तेमाल कर रहे हैं. ओडीएफ जिला घोषित होने के बाद तकरीबन 900 छात्र-छात्राओं वाले इस विद्यालय में शौचालय का नहीं होना शिक्षा विभाग की उदासीनता और प्रशासनिक दावों की पोल खोल रहा है. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
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