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दुमका : एक ऐसा गांव जहां आजतक नहीं पहुंची बिजली

दुमका जिला के फोकस एरिया काठीकुंड प्रखंड के अन्तर्गत बलिजोर गांव के पहाड़िया टोला में आजादी के 73 वर्षो बाद भी बिजली नही जली. जो पिपरा पंचायत के अन्तर्गत आता है.

बता दें कि पहाड़ के नीचे बसा एक छोटा सा पहाड़िया जनजाति का गांव है. जहाँ करीब 15 घर है. बिजली के लिये 8 मई 2019 को मुख्यमंत्री जन संवाद केंद्र में शिकायत दर्ज किया गया था. जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर OL/DUM/19-316, Grievance No 2019-47985 है. जिसके फलस्वरूप गांव में ट्रांसफरमर, बिजली पोल और तार लगे लेकिन बिजली चालू नही की गई. विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, दुमका ने कार्यवाही करते हुए जन संवाद केंद्र को जबाब दिया कि “उक्त गांव में दीनदयाल ग्रामीण ज्योति योजना के तहत मेसर्स NCC Ltd के द्वारा विद्युतकृत कर सभी उपभोक्ताओ को विद्युत उपलब्ध करा दिया गया है एंव वर्तमान समय में विद्युत आपूर्ति सामान्य रूप से की जा रही है.” लेकिन गांव में अब तक बिजली चालू ही नही हुई.

बिजली पोल के जंक्शन में तार भी एक-दुसरे से नही जोड़ा गया है. ग्रामीणों ने मिस्त्री से कई बार विनती भी की, लेकिन मिस्त्री ने बिजली चालू ही नही किया. स्थानीय निवासी बासु देहरी का कहना है कि मिस्त्री बोल रहा है कि जबतक पैसा नही दोगे तब तक बिजली चालू नही किया जायेगा.

बहरहाल, जहाँ एक ओर झारखण्ड सरकार गांव-गांव में विद्युत पहुचाने के लिय गंभीर है, वहीं दूसरी ओर विभाग वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग की घोर लापरवाही साफ़ तौर पर देखी जा सकती है. ग्रामीणों का मांग है कि गांव में बिजली जल्द से जल्द चालू की जाय.

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