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चाईबासा : जगन्नाथपुर पुलिस की मदद से दो नाबालिग लड़कियों को मिला आशियाना

संतोष वर्मा

चाईबासा में एक बार फिर जगन्नाथपुर थाना की पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला है. जहां थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक की मदद से रविवार को एक लापता नाबालिग लड़की को चाइल्डलाइन चाईबासा भेजा गया, वहीं दूसरी नाबालिग लड़की को सोमवार को भेजने की व्यवस्था की गई.

बता दें कि जगन्नाथपुर शहर से 30 किलोमीटर दूर जुगीनंदा गांव में शनिवार को एक 12 वर्षीया अज्ञात नाबालिग लड़की लावारिश हालत में मिली. वह खुद के बारे में कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं थी. गांव के ही समाजसेवी रवीन्द्र चातर उसे अपने घर ले गए और जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक को इसकी सूचना दी और मदद की गुहार लगाई. थाना प्रभारी ने तत्काल चाइल्डलाइन चाईबासा को इसकी सूचना दी और रविवार को भेजने की व्यवस्था की.

वहीं दूसरे दिन रविवार को मधुसूदन मोदक चाइल्डलाइन के दो कर्मियों को लेकर जुगीनंदा पहुँचे. ग्रामीणों के समक्ष सारी कागजी कार्रवाई पूरी करवाई. चाइल्डलाइन से आए अनंत कुमार बेहरा तथा कनकलता गोप नाबालिग को चाइल्डलाइन ले गए. वहीं दूसरी ओर मधुसूदन मोदक ने कंसलापोस की 10 वर्षीया अनाथ व दिव्यांग लक्ष्मी हेंब्रम को भी चाइल्डलाइन भेजने की व्यवस्था की.

गांव की वार्ड सदस्य आशा पुरती की गुहार पर खुद गांव जाकर लक्ष्मी की सुधि ली. ग्रामीणों ने बताया कि लक्ष्मी दोनों पांव से दिव्यांग है. बचपन में ही माता-पिता की मौत हो गई थी. घुटने तथा दोनों हाथों से रेंगते हुए चलती है. उसको देखने वाला कोई नहीं है. जनवितरण प्रणाली की दुकान से मिलनेवाले चावल पर जिंदा है. खुद ही पानी और लकड़ियां बीनकर लाती है. थाना प्रभारी ने वहीं से डीसीपीओ को फोन किया. डीसीपीओ ने पूरी जानकारी लेने के बाद सोमवार को उसको सीडब्ल्यूसी में पेश करके उसके रहने की व्यवस्था करने की बात कही. उसको सोमवार को गांव से ले जाया जाएगा. थाना प्रभारी का कहना है कि गरीब व ज़रूरतमंदों की मदद करने में उनको अच्छा लगता है.

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