Abhi Bharat

मोतिहारी : 17 साल बाद आयोजित होगा विराट शिव गुरु महोत्सव, पड़ोसी देश नेपाल सहित कई राज्यों से पहुंचेंगे शिव शिष्य

मोतिहारी से बड़ी खबर है, जहां पूर्वी चंपारण जिले के चकिया में आगामी 12 दिसंबर को शिव शिष्यों का जमावड़ा होगा. भगवान शिव के गुरु स्वरूप की चर्चा को लेकर 17 वर्षों के बाद विराट शिव गुरु महोत्सव का आयोजन शिव शिष्य हरिन्द्रानंद फाउंडेशन के तत्वावधान में जिले के चकिया स्थित चीनी मिल के जिरात में किया जा रहा है. इस महोत्सव में बिहार के अलग-अलग जिलों के अलावे झारखंड, बंगाल, यूपी, दिल्ली सहित पड़ोसी देश नेपाल से भी बड़ी संख्या में शिव शिष्य पहुंचने वाले हैं.

कार्यक्रम को लेकर आधिकारिक अनुमति मिलने के बाद कार्यक्रम स्थल पर 75 हजार वर्ग फीट का पंडाल बनवाया जा रहा है. शनिवार को उक्त कार्यक्रम को लेकर आयोजन समिति के ओर से मोतिहारी शहर के नर्सिंग बाबा मंदिर परिसर में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर जानकारी दी गई. प्रेस को संबोधित कर हुए शिव शिष्य परमेश्वर राय ने कहा कि यह एक पूर्णतः आध्यात्मिक आयोजन होगा. शिव गुरु महोत्सव में भगवान शिव के गुरु स्वरूप पर चर्चा होगी, जिसमे गुरु भ्राता अर्चित आनंद और बरखा आनंद शिव शिष्यों को संबोधित करेंगे.

इससे पूर्व वर्ष 2006 में मोतिहारी शहर के जिला स्कूल मैदान में साहब श्री हरिन्द्रानंद जी ने महोत्सव को संबोधित किया था, जिसमे 1 लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे. इस आयोजन में भी शिव शिष्यों की भारी भीड़ जुटने की संभावना है.

महोत्सव की सफलता को लेकर आयोजन समिति गठित

महोत्सव को लेकर आयोजन समिति का गठन किया गया है. आयोजन समिति में विश्वनाथ सिंह को अध्यक्ष, सुधा ठाकुर को उपाध्यक्ष, सुखदेव पासवान कोषाध्यक्ष तो सचिव राम निवास कुमार को बनाया गया है. महोत्सव को लेकर कई समितियों का गठन किया गया है, जिसमे 200 सदस्यों के अलावे चार सौ महिला और पुरुष स्वंसेवक महोत्सव को सफल बनाने के लिए बनाए गए हैं. महोत्सव स्थल पर बाहर से आए श्रद्धालुओं के लिए आवासन, अस्थायी शौचालय, पेयजल और मेडिकल सुविधा की भी व्यवस्था की गई है. वहीं परमेश्वर राय ने बताया कि शिव शिष्यों के लिए हर तरह की सुविधा इस पंडाल में होगी. उन्होंने शिव शिष्यों से ज्यादा से ज्यादा की संख्या में यहां पहुंचने का आह्वान किया है.

प्रेस वार्ता के दौरान मुन्ना कुमार, बाल्मिकी किशोर, आशुतोष कुमार, बिंदेश्वरी बैठा, सुधा ठाकुर, जानकी मिश्रा, श्यामा शाही, राधा देवी एवं पूनम देवी सहित दर्जनों शिव शिष्य मौजूद थे. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).

You might also like

Comments are closed.