नालंदा : पूर्व महापौर ने नगर निगम के अधिकारियों पर लगाया गंभीर आरोप, कार्यो के निष्पादन में निगम फिसड्डी
नालंदा में नगर निगम बिहारशरीफ के पूर्व महापौर व वर्तमान वार्ड पाषर्द सुधीर कुमार ने निगम के अधिकारियों पर विकास के कार्यों को लेकर गंभीर आरोप लगाया है. सुधीर कुमार का आरोप है कि यहां के अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं, सिर्फ ऑफिसों में रहकर सभी कार्यो का निष्पादन करते है. इसी कारण शहर की सड़कों की हालत खस्ता हो गया है.
उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था भी अच्छी नहीं है. शहर में कई जगहों पर गंदगी का अंबार लगा रहता है. बिहारशरीफ नगर निगम को स्मार्टसिटी का दर्जा मिले हुए कई वर्ष हो गए हैं. मगर कार्यो को देखे तो एक भी कार्य नहीं हुए हैं. कई टेंडरों को निकलने के बाद रद्द कर दिया जाता है. जिससे ठेकेदारों को भी घटा सहना पड़ता है. जितने भी योजनाओं के पैसा आता है उसका सिर्फ बंदरबाट किया जा रहा है. स्वच्छता की रैंकिंग में लगातार शहर पिछड़ रहा है. हमारे समय में जो भी योजनाओं को लाया गया था उसे अब तक पूरा नहीं किया गया है.
अधिकारी योजनाओं को पूरा करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे. आए दिन शहरवासी जाम की समस्याओं से जूझते रहते हैं, पर इस ओर न तो पुलिस प्रशासन न ही निगम द्वारा ध्यान दिया जाता है। वहीं नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बता रहें हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना काल मे नागरिकों की सेहत को ध्यान में रखकर शहरों को सेनेटाइज किया गया. सफाई व्यवस्था भी अच्छी है. जहां तक स्मार्टसिटी की बात करें तो उस दिशा में भी कार्य प्रारंभ कर दिए गए है. कुछ ही महीनों में किए जा रहें शहरवासी को दिख जायेगें. शहर में जाम की समस्या से निपटने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहें हैं. 14वीं और 15वीं वित्त योजनाओं से शहर में कई कार्यो का निष्पादन किया जा चुका है. राजनीति भावना से ग्रसित होकर उनके द्वारा यह बेबुनियादी आरोप लगया जा रहा है. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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