चाईबासा : पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 28 सितंबर से पांच दिवसीय कोल्हान दौरे पर
संतोष वर्मा
चाईबासा के आदिवासी बहुल कोल्हान में अपनी पकड़ को और भी मजबूती देने के लिए विपक्ष के नेता और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन 28 सितंबर से 5 दिन के दौरे पर कोल्हान आ रहे हैं. अपने पांच दिन के दौरे पर हेमंत सोरेन कोल्हान के सभी छ: विधानसभा क्षेत्रों का धुंआधार दौरा करेंगे. युवाओं से संवाद, चौपाल, नुक्कड और आमसभा तक कई कार्यक्रम सभी विधानसभा क्षेत्र में रखा गया है. इसके लिए कोल्हान के सभी विधायक चाईबासा में इन दिनों पोस्टर, बैनर कटआउट बनाने में जुटे हैं.
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झामुमो नेता-कार्यकर्ता ने हेमंत सोरेन के स्वागत के लिए हर जगह पारंपरिक आदिवासी ढोल-नगडा, नृत्य की व्यवस्था की है. झंडे-बैनर लेकर हेमंत सोरेन के रास्ते में ग्रामीण और झामुमो जगह-जगह खडे रहेंगे. हेमंत का पांच दिवसीय दौरा पूरी तरह चुनावी मोड में दिखेगा, चाईबासा विधायक दीपक विरूआ ने साफ कहा कि अगले साल लोकसभा और विधानसभा चुनाव है, इसलिए कोल्हान में हेमंत का दौरा चुनाव की तैयारी का आगाज है. दीपक विरूआ ने कहा कि सिंहभूम लोकसभा की 6 विधानसभा सीटों में पांच पर झामुमो का कब्जा है, जबकि खरसावां में भी झामुमो का कब्जा है. लिहाजा, हम चुनाव को लेकर पूरी तरह गंभीर है और फिर से सभी सीटों पर कब्जा करना झामुमो का पहला लक्ष्य होगा, कोल्हान हमारा गढ है और गढ रहेगा. दीपक विरूआ ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष के प्रत्याशी पर झामुमो का ही दावेदारी बनता है, इसलिए इस बार कांग्रेस के बजाय झामुमो का उम्मीदवार होगा और सिंहभूम सीट भाजपा से छीन लेंगे. मझगांव के झामुमो विधायक निरल पूर्ति ने कहा कि कोल्हान झामुमो का गढ है और गढ बचाने नहीं और मजबूती देने के लिए झारखंड संघर्ष यात्रा शुरू किया गया है. कार्यकर्ताओं को अगले साल चुनाव के लिए रीचार्ज किया जा रहा है. हेमंत सोरेन 28 सितंबर को चाईबासा पहुंचेगे, शाम 7 बजे परिसदन में ही हेमंत एक चौपाल कार्यक्रम में भाग लेंगे, जिसमें शहरी और ग्रामीण दोनों भाग लेंगे. इसके बाद 29 से हेमंत सोरेन का दौरा मझगांव विधानसभा से शुरू होगा. 30 सिंतबर को चाईबासा और जगन्नाथपुर में कई नुक्कड और आमसभा को संबोधित करेंगे. 1 अक्टूबर को मनोहर और 2 अक्टूबर को चक्रधरपुर विधानसभा का दौरा करेंगे.
गौरतलब है कि इस माह में हेमंत का कोल्हान में दूसरी दौरा होगा, 8 सिंतंबर को गुवा शहीद दिवस में हेमंत सोरेन शामिल हुए थे. लोकसभा सीट पर झामुमो की दावेदारी से इस बार लोकसभा चुनाव काफी दिलचस्प होगा. कोल्हान के आदिवासियों पर आज भी झामुमो की पकड किसी अन्य दल से बेहद मजबूत है. ऐसे में लोकसभा चुनाव में भाजपा और झामुमो के बीच कड़ी टक्कर तय है.
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