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चाईबासा : झोलाछाप डॉक्टर ने ली बच्चे की जान, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया हंगामा

संतोष वर्मा

चाईबासा जिले के हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के बालांडिया चौक स्थित सारना एंड सारना क्लीनिक के झोला छाप डाक्टरों ने दुधजोड़ी गाँव निवासी विक्रम पिंगुवा के नौ वर्षीय पुत्र गार्दी पिंगुवा का गलत इलाज किये जाने के कारण मौत हो गई. इस मामले को लेकर मृतक बच्चे के अभिभावक और स्थानिय लोगों नें मंगलवार को सरना एण्ड सरना क्लीनिक में जमकर हंगामा मचाया.

घटना की सुचना पाकर हाटगम्हरिया थाना घटना स्थल पहुंच कर मामले की जांच करना शुरू कर दी और मृतक बच्चे का शव को अंत्यपरिक्षण के लिए सदर अस्पताल चाईबासा भेज दिया गया. मिली जानकारी के अनुसार मृतक बच्चा चार क्लास में अपने गांव के स्कूल में पढ़ता था. नौ वर्षीय गारदी पिंगुवा की हैवी डोज इंजेक्शन व सलाईन चढ़ाने की वजह से मौत हो गयी. मृतक के परिजन काफी परेशान हैं. मृतक के पिता विक्रम पिंगुवा इलाज के लिए अग्रिम राशि के तौर पर पाँच हजार रूपये झोलाछाप डॉक्टर को दिया था. इसके बाद इलाज शुरू किया गया था जबकि पूरी इलाज के लिए 22500 रूपये में डॉक्टर तय किया था.

ज्ञात हो कि घटना सोमवार शाम चार बजे से आठ बजे रात की है. इलाज के दौरान सलाइन चढ़ाते ही चार हैवी डोज के इंजेक्शन पूश किया और चार टैबलेट खिला भी दिया. जिससे नौ वर्षीय गारदी पिंगुवा की बेचैनी बड़ी और उसे तत्काल बेहतर इलाज के लिए चाईबासा ले जाने का सुझाव देकर साथ में चलने का ढोंग चिकित्सक ने ढोंग रचाया. जबकि बच्चा उसी समय मर चुका था.

वहीं मृतक के पिता विक्रम पिंगुवा ने बताया कि मुझे झासा देकर चाईबासा रेफर करने की बात कही गई और मैं चाईबासा में कई क्लीनिक घुमा लेकिन कोई भी क्लीनिक बच्चा को इलाज करने के लिए तैयार नहीं हुआ.थक हार कर फिर हम दो बजे रात से सरना एन्ड सरना क्लीनिक के शेड के निचे रात गगुजारा लेकीन ना क्लीनिक खुली और ना ही झोलाछाप डॉक्टर पहूंचा.

इस सबंध में हाटगम्हरिया थाना प्रभारी विजय सिंह ने बताया कि मृतक के पिता विक्रम पिंगुवा के शिकायत पर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है.और बच्चे का शव पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल भेज दिया गया है. मामले की जांच चल रही है.

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