बेगूसराय : जिले में कोरोना के 301 नए मरीजों की हुई पहचान, गैर चिकित्सीय और औद्योगिक संस्थानों में ऑक्सीजन सिलेंडर के इस्तेमाल पर लगी रोक
बेगूसराय जिले में शनिवार को कोरोना वायरस की दुसरे लहर से 301 नये पॉजिटिव व्यक्ति मिले हैं. सिविल सर्जन द्वारा बताया गया स्वास्थ हुए 27 व्यक्तियों को डिस्चार्ज भी किया गया है. नए प्रभावितों के मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई की जा रही है. वहीं कोरोना के तेज होते संक्रमण के मद्देनजर ऑक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए जिला प्रशासन ने गैर चिकित्सीय एवं औद्योगिक कार्यों में ऑक्सीजन के उपयोग पर रोक लगा दी है तथा निजी अस्पतालों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. निजी अस्पतालों के साथ शनिवार को आयोजित बैठक में डीएम ने ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए सदर एसडीओ से संपर्क करने को कहा है.
डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि मौजूदा समय में आपसी समन्वय से ही कोविड-19 महामारी के प्रभावों को कम किया जा सकता है. इसलिए चिकित्सा जगत के सभी प्रतिनिधि जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 संक्रमण के रोकने तथा न्यूनतम जीवन नुकसान के लिए किए जाने वाले प्रयासों में सकारात्मक योगदान करें. जिले में चिकित्सीय उपयोग के लिए जिला प्रशासन ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है. ऑक्सीजन की कमी संबंधी संभावित परिस्थितियों के मद्देनजर ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित की जा रही है. जिन अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलिंडर की आवश्यकता है वे सदर एसडीओ से समन्वय स्थापित कर आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन प्राप्त कर सकते हैं. जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जिले में फिलहाल गैर-चिकित्सीय एवं औद्योगिक कार्यों में ऑक्सीजन का उपयोग नहीं हो. अस्पताल प्रतिनिधियों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर डीएम ने कोविड-19 प्रभावित व्यक्तियों के ईलाज में प्रयुक्त रेमिडिसिवर एवं फेवीफ्लू की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को ड्रग इंस्पेक्टर से समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
डीएम ने निजी अस्पताल के प्रतिनिधियों से उनके अस्पताल में कोविड प्रभावित व्यक्तियों के इलाज के लिए आवश्यक सुविधाओं से युक्त डेडिकेटेड बैड के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा अपील करते हुए कहा कि अपने स्तर से कोविड-19 संक्रमित गंभीर मरीजों के ईलाज में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रखें, जो अस्पताल डेडिकेटेड तौर पर कोविड प्रभावित व्यक्तियों के इलाज के लिए बेड आरक्षित करने को इच्छुक हैं, वे सदर अस्पताल के साथ समन्वय स्थापित कर अनुरोध कर सकते हैं. प्रभावित मरीजों के साथ-साथ सैंपल टेस्टिंग डाटा भी निर्धारित पोर्टल पर इंट्री करें, ताकि पॉजिटिव मामलों का अनुश्रवण ससमय प्रारंभ हो सके. ना तो पैनिक हो और ना ही किसी को पैनिक का हिस्सा बनने दें. ऑक्सीजन अनुपलब्धता की स्थिति में जिला प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता हो तो तुरंत सूचना दें. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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