छपरा : “उम्मीद” कार्यक्रम से होगा मानसिक समस्याओं का निदान
छपरा में वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच प्रवासियों व अन्य व्यक्तियों के मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखा जाएगा. मानसिक समस्याओं का निदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक नई कार्यक्रम की शुरुआत की है. इस कार्यक्रम को “उम्मीद” नाम दिया गया है.
बता दें कि कार्यक्रम के अंतर्गत प्रवासी श्रमिक या अन्य व्यक्ति जो आइसोलेशन सेंटर, हेल्थ क्वारेंटाइन सेंटर, आपदा क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती है, उन्हें मानसिक स्वास्थ्य संबंधित प्रमुख एवं चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की जाएगी. इसको लेकर राज्य स्वास्थ समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने जिले के सिविल सर्जन को पत्र लिखकर निर्देश दिया है. पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि मानसिक रोगों के चिकित्सा संबंधी जैसे मानव सामाजिक समर्थन परामर्श एवं सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन से संबंधित कार्य मानव रोग विशेषज्ञ प्रशिक्षित मानव रोग विशेषज्ञ नैदानिक मनोवैज्ञानिक एवं अन्य प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा किया जाएगा. उम्मीद कार्यक्रम के अंतर्गत जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ क्वॉरेंटाइन केंद्र, आपदा क्वारेंटाइन केंद्र, आइसोलेशन केंद्रों में कोविड-19 से संबंधित भर्ती व्यक्तियों को जिले में पदस्थापित या कार्यरत मानसिक स्वास्थ्य कर्मी, प्रशिक्षित मानसिक स्वास्थ्य कर्मी एवं अन्य कार्यक्रमों (एफपी और एड्स) में कार्यरत काउंसलरो के द्वारा चिकित्सा सुविधा दी जाएगी. साथ ही अगर किसी व्यक्ति को मानसिक स्वास्थ्य विकास से संबंधित चिकित्सकीय सुविधा है के लिए उच्च स्तर पर रेफर करने की आवश्यकता हो तो उनके द्वारा रेफर भी किया जाएगा.
सामुदायिक स्तर पर चलेगा जागरूकता अभियान :
उम्मीद कार्यक्रम के अंतर्गत सामुदायिक स्तर पंचायत स्तर और स्लम एरिया में कोविड-19 महामारी एवं लॉकडाउन के दौरान उत्पन्न हो रहे मानसिक विकार को आम जनों के मध्य निदान के लिए परामर्श एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है. इस कार्यक्रम में मुखिया सरपंच और वार्ड पार्षद सहित जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाएगा.
आइसोलेशन केंद्र में भी दिया जाएगा परामर्श :
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि आइसोलेशन केंद्र में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति या लैब टेस्ट के लिए जिन व्यक्तियों का सैंपल भेजे गए हैं, उन व्यक्तियों को भी मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श दिया जाएगा. परामर्श देने वाले चिकित्सा कर्मी को कोविड-19 किट प्रदान की जाएगी. मानसिक स्वास्थ्य कर्मी या अन्य परामर्शी आपदा क्वारेंरेंटाइन केंद्र या अन्य जगहों पर परामर्श करने जाते हैं तो उन्हें हैंड ग्लव्स, ट्रिपल लेयर मास्क एवं सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा.
डेडीकेटेड हेल्पलाइन केंद्र होगा स्थापित :
जिला स्तर पर सदर अस्पताल में स्थित नशा मुक्ति केंद्र या उपयुक्त स्थान में एक मानसिक स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित डेडीकेटेड हेल्पलाइन केंद्र स्थापित किया जाएगा इसके लिए एक मोबाइल दो सिम के साथ पांच हजार रूपये के अंदर हेल्पलाइन संचालन के लिए क्रय किया जाएगा. सिम का रिचार्ज 300 रूपये मासिक के रूप में किया जा सकता है. इस हेल्पलाइन का संचालन जिले में पदस्थापित परामर्शियों के द्वारा रोस्टर के अनुरूप किया जाएगा. (सेंट्रल डेस्क).
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