नवादा : पंप चालक संघ ने किया सांकेतिक विरोध प्रदर्शन
नवादा में बुधवार को भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषित कार्यक्रम के तहत सोशल डिस्टेंसिङ्ग का पालन करते हुए बिहार राज्य पंप चालक संघ द्वारा स्थानीय अवर यांत्रिक प्रमंडल नवादा कार्यालय के समक्ष भोजनवकाश के समय सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया गया.
मौके पर मौजूद सभी पंप चालकों ने हाथों में तख्ती लिए अपनी मांगों के समर्थन में निजीकरण के विरोध में नारे बुलंद किए. बिहार राज्य पंप चालक संघ के प्रदेश महामंत्री राजकमल ने बताया कि निजीकरण एवं आउटसोर्सिंग के खिलाफ पूरे बिहार के दैनिक मजदूरी पर कार्यरत पम्पचालक अपने स्थानीय कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांगों का समर्थन किया.
ज्ञात हो कि लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों द्वारा करोना महामारी के बीच लॉकडॉन के समय में ही दैनिक मजदूरी पर कार्यरत पंप चालकों को रोजगार से बेदखल करने के उद्देश्य और अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य निजीकरण का पत्र जारी कर दिया गया. इस कारण विगत कई वर्षों से दैनिक मजदूरी पर कार्यरत चालकों को रोजगार से बेदखल होने का खतरा पैदा हो गया. ठेकेदार उन्हें कम मजदूरी पर काम करने को विवश करेंगे. उन्होंने बताया कि एक तरफ सरकार 50 लाख श्रमिकों को रोजगार देने की बात करती है, वहीं दैनिक मजदूरी पर कार्यरत पंप चालकों को रोजगार से बेदखल करने की गहरी साजिश रच रही है. ऐसे में सरकार के दावे केवल और केवल जुमला व दिखावा है. सरकार सभी को ठगने की काम कर रही है. जिस प्रकार सरकारी विभागों का धड़ल्ले से निजी करण किया जा रहा है, सरकार के अस्तित्व को ही खत्म किया जा रहा है. उन्होंने सरकार को कड़े लहजे में चेताया कि सरकार अभिलंब निजी करण के फैसले को वापस ले नहीं तो हम लोग अनिश्चितकालीन के लिए पानी भी बंद करने का काम करेंगे. (सन्नी भगत की रिपोर्ट).
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