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सीवान : बड़हरिया में भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ नौ दिवसीय रूद्र महायज्ञ, महादेव के जयघोष से गुंजायमान हुआ क्षेत्र

सीवान में बड़हरिया प्रखंड के रसूलपुर स्थित नंदेश्वर हनुमत मंदिर परिसर में मंगलवार को भव्य कलश यात्रा के साथ नौ दिवसीय रूद्र महायज्ञ का शुभारंभ किया गया.

बता दें कि रुद्र महायज्ञ को लेकर विगत एक माह से हनुमत मंदिर के पुजारी त्रिलोकीनाथ बाबा की अध्यक्षता में क्षेत्र के दर्जनों गणमान्य लोगों द्वारा भव्य आयोजन और बृहद धार्मिक कार्यक्रम को मध्य नजर रख युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही थी. दो मार्च को शुभारंभ सुनिश्चित था परिणाम स्वरूप एक मार्च की देर रात तक आयोजन समिति की ओर से हर आवश्यक व्यवस्था को अंतिम रूप दिया गत और मंगलवार को सुबह से ही कलश यात्रा हेतु रसूलपुर मंदिर परिसर के समीप कुंवारी कन्याओं एवं महिला कलश यात्रियों की अपार भीड़ देखने को मिली.

भव्य कलश यात्रा यज्ञ स्थल से पूर्व निर्धारित समयानुसार जल भरण हेतु महादेव के जय घोष के साथ रसूलपुर गांव होते हुए बासोपाली स्थित नदी, घाट के लिए रवाना हुई. इस दौरान आयोजन समिति भक्तों को शुभ यात्रा के दौरान कोई असुविधा ना हो इसके लिए पूरी तरह मुस्तैद थी, सुरक्षा दृष्टिकोण से काफी संख्या में युवा वॉलिंटियर्स उत्साह पूर्वक देवों के देव महादेव त्रिलोकीनाथ का नाम जबते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में जुट गए थे. परिणाम स्वरूप कलश यात्रियों ने लंबी दूरी तय कर निर्धारित जगह से समयानुसार जल भरण के बाद पुनः यज्ञ स्थल पहुंच क्षेत्र की समृद्धि और शांति संबंधित प्रार्थना के साथ कलश स्थापना की. इसके बाद यज्ञ स्थल पर प्रसाद वितरण का कार्यक्रम शुरू हुआ. बारी-बारी से श्रद्धालु भक्तों ने प्रसाद ग्रहण के पश्चात दूरदराज से यहां पहुंचे दर्जनों संतो का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया.

इस विशाल यज्ञ के संबंध में अध्यक्ष त्रिलोकीनाथ मिश्रा ने बताया कि कलश यात्रा में 5001 कन्याओं की हिस्सेदारी थी धार्मिक कार्यक्रमों और यज्ञ अनुष्ठानों से संबंधित क्षेत्र आपदाओं, महामारियों, के साथ-साथ अनेकों प्रकार की बुराइयों से मुक्ति की ओर अग्रसर होता है. रूद्र महायज्ञ रसूलपुर की धरती पर बड़ा सौभाग्य है. उन्होंने क्षेत्रवासियों से आह्वान किया कि वे रोजाना कार्यक्रम स्थल पहुंच संध्या 6:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक अलग-अलग प्रवचन कर्ताओं द्वारा प्रवचन तथा इसके बाद रात्रि 1:30 बजे तक वृंदावन से आए विख्यात कलाकारों के माध्यम रासलीला धार्मिक प्रस्तुतियों का रसपान करें. (राकेश रंजन गिरी की रिपोर्ट).

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