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चाईबासा : जयंती पर याद किए गए सीताराम रुंगटा

चाईबासा में कांग्रेस भवन के विकास में अग्रणी भूमिका निभाने वाले बहुमुखी प्रतिभाशाली व्यक्तित्व जिला कांग्रेस कमिटी के पूर्व कोषाध्यक्ष स्व सीताराम रुंगटा की जयंती पर बुधवार को कांग्रेस भवन में कांग्रेसियों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.

विदित हो कि चाईबासा में कांग्रेस भवन का निर्माण सीताराम रुंगटा की देन रही है, जिसका उद्घाटन बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री कृष्ण वल्लभ सहाय ने किया था. पश्चिमी सिंहभूम जिले में निरंतर नागरिक सुविधाएं प्रदान करने में स्व रुंगटा की अग्रणी भूमिका रही है. कई शिक्षण संस्थान सहित अन्य संस्थान एवं कई नागरिक सुविधाएं आज इनकी देन है. इनके देन जिले के नागरिकों के लिए चिरस्मरणीय रहेगा और स्व सीताराम रुंगटा के योगदान को भूला नहीं जा सकता है.

मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास, जिला बीस सूत्री सदस्य त्रिशानु राय, जिला कांग्रेस महासचिव राज कुमार रजक, प्रवक्ता जितेन्द्र नाथ ओझा, कार्यकारिणी सदस्य राकेश सिंह, सेवादल मुख्य संगठक लक्ष्मण हासदा, प्रखंड अध्यक्ष सिकुर गोप, रुप सिंह बारी, राजेन्द्र कच्छप, राजेश दास, ब्रज मोहन देवगम के अलावे मारवाड़ी सम्मेलन अध्यक्ष रमेश खिरवाल, सचिव रुपेश अग्रवाल, निवर्तमान अध्यक्ष अनिल मुरारका उपस्थित थे.

सीताराम रुंगटा की जयंती के अवसर पर गर्म ऊनी वस्त्र का वितरण

वहीं मारवाड़ी सम्मेलन चाईबासा शाखा द्वारा आज सम्मेलन के पूर्व संरक्षक स्व सीताराम रुंगटा की 103वीं जयंती के अवसर पर स्थानीय कांग्रेस भवन में मुरारका इलेक्ट्रिक के बाहर स्व रुंगटा जी को पुष्पांजलि अर्पित की गई एवं ठंड को देखते हुए गर्म ऊनी वस्त्र, टोपी, कम्बल, शॉल और चाय व कचौड़ी-सब्ज़ी का वितरण किया गया.

उद्योगपति सह समाजसेवी मुकुंद रुंगटा ने सीताराम रूंगटा की तस्वीर पर किया पुष्प अर्पित

वहीं इस मौके पर उनके पुत्र उद्योगपति सह समाजसेवी मुकुंद रूंगटा ने सबसे पहले सीताराम रूंगटा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नमन किया, इसके बाद बारी-बारी से सैकड़ों कर्मचारियों ने सीताराम रूंगटा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया. इसी तरह से स्काउट गाइड में भी सीता राम रूंगटा की जयंती मनाई गई. यहां पर सुरेश सिंह ने कहा कि सीताराम रूंगटा पश्चिम सिंहभूम जिले में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई महाविद्यालय व विद्यालयों में अपना अमूल्य योगदान दिए है, उनकी सोच थी कि इस जिले के छात्र-छात्राएं अच्छी शिक्षा ग्रहण कर अच्छी जगह पहुंचे और चाईबासा का नाम रौशन करे, आज उनके बताए हुए मार्ग पर चलते हुए उनके दोनों बेटे नन्दलाल रूंगटा व मुकुट रूंगटा और पोते सिद्धार्थ रूंगटा भी सामाज के लोगों को किसी न किसी तरीके से सेवा कर रहे हैं तथा लाभ पहुंचा रहे हैं.

मांगीलाल रूंगटा 10+2 स्कूल में दी गई श्रद्धांजलि

वहीं मांगीलाल रूंगटा टेन प्लस टू विद्यालय में सीताराम रुंगटा की जयंती के अवसर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).

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