Abhi Bharat

सीवान : बड़हरिया में आए दिन लग रहा भीषण जाम, प्रशासन बना मुक दर्शक

सीवान के बड़हरिया नगर पंचायत मुख्यालय में आए दिन सुबह 10 बजे से शाम तक जाम लगने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

बताते चले कि छठ महापर्व बीते कुछ ही दिनों हुए हैं. दूसरे प्रदेशों में नौकरी करने वाले परदेसी भी अपने नौकरी करने वाले जगहो पर घर से जाना शुरू कर दिए हैं. गोवर्धन पूजा के बाद लग्न भी शुरू हो गया है, जिसको लेकर बाजार में लोगो का आना जाना शुरू हो गया है, जिसके कारण बड़हरिया के सभी चौक चौराहों पर शाम तक बीच बीच मे जाम लगा रहता है. लेकिन किसी चौक पर पुलिस ट्रैफिक ड्यूटी करते नजर नहीं आती, आती भी है तो कुछ आधा एक घंटा के बाद नारद हो जाती है.

जाम के कारण जामो चौक से तरवारा रोड, जामो रोड, सिवान के तरफ जाने वाली रोड,थाना चौक जाने वाली मुख्य बाजार की सड़कों पर वाहनों की लंबी लंबी कतार लग जाती है. महिला पुरुष रहगीरों को पैदल पार करना मुश्किल हो जाता है, जिसका सीधा बाजार के दुकानदारों के व्यवसाय पर भी असर दिखाई देता है, जाम के कारण दुकान के बाहर ठेला, खोमचा वाले द्वारा सड़क किनारे खड़ा कर अतिक्रमण करना तथा वाहन चालकों द्वारा सड़क के किनारे यंत्र तंत्र बाइक खड़ा करना जाम का मुख्य कारण है. दुकानदारों द्वारा सड़क पर अतिक्रमण करने तथा चालकों द्वारा सड़क पर यत्र तत्र वाहन तथा ई रिक्सा (टोटो) खड़ा करने के कारण आए दिन जाम लगना आम बात हो गई है.

बड़हरिया बजार में ई रिक्शा (टोटो) चालकों का भरमार हो गया है. आए दिन दुकानदारों एव टोटो चालकों मे कहा सुनी की घटना आम बात हो गई है. इस जाम में थाने की पुलिस प्रशासन और प्रखंड प्रशासन की भी गाड़ियां गुजरती है तथा इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी भी उसी जाम में रेगते वाहन से जाम से बाहर निकलते हैं, लेकिन उनके द्वारा मौके पर सड़कों तक अपना दुकान चलाने वाले दुकानदारों एव यत्र तंत्र खड़े वाहन चालकों और टोटो चालकों और अतिक्रमणकारियो पर कोई कार्रवाई नहीं कि जाती है. जिससे एसे ट्रैफिक नियम का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों तथा सड़क के किनारे यंत्र तंत्र खड़ा करने वाले वाहन चालकों को प्रखंड प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन का भय दिलो दिमाग से खत्म हो गया है, बड़हरिया नगर पंचायत द्वारा ऐसे अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई की बात तो कही जाती है. लेकिन उसको आज तक मूर्त रूप नहीं दिया जा सका. जिसके कारण सड़क किनारे तक अपनी दुकान चलाने अतिक्रमणकारियों एव बाजारों में यंत्र तंत्र खड़ा रखने वाले वाहन चालकों का हौसला बुलंद है. (राकेश रंजन गिरी की रिपोर्ट).

You might also like

Comments are closed.