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सीतामढ़ी : गुणवत्ता की खुली पोल, निर्माण होने के छः महीने बाद हवा से धरासाई हो गया नया ट्रांसफार्मर

सीतामढ़ी के सुरसंड प्रखंड हरारी दुलारपुर गांव में महज छः माह पहले किसानों के खेतों की सिंचाई के लिए नया ट्रांसफार्मर लगाया गया था. अभी तक उस ट्रांसफार्मर से किसानों के बोडिंग तक विद्युत सप्लाई भी नहीं हुई थी, तब-तक शुक्रवार की रात की आंधी में ट्रांसफार्मर धरासाई हो गया.

स्थानीय ग्रामीण किसानों की माने तो अगर, ट्रांसफार्मर लगाते समय गुणवत्ता का ख्याल रखा गया होता तो आज यह नया ट्रांसफार्मर नहीं गिरता. ट्रांसफार्मर में कोई सपोर्ट या स्ट्रैक नहीं दिया गया था, जिस वजह से तकरीबन तीन पोल के साथ पूरा डीटीआर धारासाई हो गया. अभी गेंहू फसल से खेत खाली हुई हैं. इसीबीच अगर तुरंत विद्युत विभाग द्वारा मरम्मत ना करा लिया जाता है तो आय दिन किसानों के लिए समस्या खड़ी हो जाएगी. कुछ दिनों बाद ही किसानों को धान का फसल उगाने में सिंचाई सुविधा की जरूरत होगी और समय से विद्युत उपलब्ध ना होने पर किसानों में रोष उत्पन्न होगा.

बता दें कि ठेकेदार और विभाग दोनों की सहमति से कार्य किया गया था, विभाग के निगरानी में ठेकेदार अपना कार्य पूरा कर विभाग के हाथों में सौपना था. फिर कमी कहाँ रह गई, आखिर चूंक कहाँ हुई जो डीटीआर लगने के पहले सत्र में ही पूरा ट्रांसफमर धारासाई हो गया. संयोग अच्छा था कि उस वक्त विद्युत का प्रवाह बंद था, अन्यथा बड़ा दुर्घटना भी हो सकता था. हरारी दुलारपुर में लगभग 14 ट्रांसफॉर्मर के मदद से करीब 22 नलकूप पर विद्युतीकरण किया गया है. प्रखंड में सबसे पहले यहीं के किसान अपने खेतों की सिंचाई विद्युत द्वारा संचालित मोटर से करते आ रहें हैं.

वहीं बिजली विभाग के जेईई विजयकांत ठाकुर का कहना है कि शुक्रवार की रात के आंधी में हरारी दुलारपुर में तीन पोल, तार डीटीआर के साथ ट्रांसफॉर्मर गिर जाने की बात संज्ञान में आयी है, उस स्थल पर सहयोगी को भेजकर जायजा ले लिया गया है और कार्य करने के लिए निर्माण कंपनी और विभाग को सूचित कर दिया गया है, शीघ्र ही मरम्मत करा लिया जाएगा. (किशन कुमार ठाकुर की रिपोर्ट).

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