नालंदा : चुनाव प्रचार के अंतिम दिन नीतीश के गढ़ में जमकर बरसे लालू के लाल तेजस्वी
नालंदा में बिहार विधान सभा चुनाव के द्वितीय चरण के तहत होने वाले चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दो चुनावी सभा को संबोधित किया. जहां वे कुछ अलग अंदाज में दिखे. तेजस्वी भीड़ से लगातार बात करते रहे और लोगों से सवाल पूछते रहे वहीं भीड़ उसका जवाब देती रही.
बता दें कि तेजस्वी ने भीड़ से कारखाना लगाने, रोजगार देने आदि के बारे में सवाल पूछा तो भीड़ ने ना-ना कह कर अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने का एक मौका दीजिए, उम्मीदों को पूरा कर देंगे. 10 तारीख को नीतीश कुमार की विदाई तय है. उन्होंने कहा कि एनडीए के 15 वर्षों के शासन में गरीबी और बेरोजगारी बढ़ी है, जो व्यक्ति 15 सालों में भी रोजगार नहीं दे सका, कारखाना नहीं लगा सका, भ्रष्टाचार नहीं रोक सका, वह अगले 15 सालों में भी कुछ नहीं कर सकता. अगर यहां सुविधा मिलती तो यहां के लोग पढ़ने के लिए कोटा व मजदूरी करने के लिए मजदूर दूसरे राज्यों में नहीं जाते. हमारी सरकार बनी तो प्रतियोगी परीक्षा की सभी फीस माफ की जाएगी. परीक्षा देने जाने वाले अभ्यर्थियों का किराया भी माफ होगा. जीविका, आंगनबाड़ी, विकास मित्र, आशा व अनुबंध पर कार्यरत अन्य कर्मियों के मानदेय में चार हजार रुपए तक की बढ़ोतरी होगी. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनी तब पहली कैबिनेट की बैठक में दस लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दे देंगे. सरकार बनते ही एक माह के भीतर नौकरी मिलनी शुरू हो जाएगी. तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि लालटेन का जमाना समाप्त हो गया, तो अब तीर का भी जमाना समाप्त हो गया. अब मिसाइल का जमाना आ गया है.
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव को सुनने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे थे. भीड़ ऐसी थी कि पुलिस को संभालना मुश्किल हो गया था, लोग बैरिकेडिंग तोड़ मंच के समीप पहुंच गए. वहीं नेता के जाते ही भीड़ बेकाबू हो गयी और लोग एक दूसरे पर गिर गए, जिससे कई कुर्सियां टूट गयी. हालांकि प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए थे. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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