Abhi Bharat

नालंदा : विधायक रवि ज्योति कुमार ने अपने खिलाफ मीडिया में वायरल हो रही खबरों को बताया भ्रामक

नालंदा में सोशल मीडिया और कुछ न्यूज़ पोर्टलों पर चल रही खबरों के विरोध में राजगीर विधायक रवि ज्योति कुमार का दर्द छलक आया है. उन्होंने खुद को जदयू का सच्चा सिपाही बताते हुए अपने खिलाफ वायरल हो रहे पोस्ट और कमेंट को भ्रामक और गलत करार दिया है.

शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए विधायक ने कहा कि इन दिनों सोशल मीडिया में मेरे विरुद्ध जो पार्टी विरोधी छवि बनायी जा रही है वह बिल्कुल तथ्यहीन, निराधार और सच्चाई से परे है. मैं जदयू का हमेशा से सच्चा सिपाही था, सच्चा सिपाही हूं और सच्चा सिपाही रहूंगा. आज मैं राजनीति में जो कुछ भी हूं, वह अपने माननीय नेताओं की वजह से हूं. वरना मुझ जैसे तुच्छ दलित को इस जमाने में जदयू छोड़ कौन दल आगे बढ़ाता है. उन्होंने कहा कि यह तो मेरे माननीय नेताओं का मेरे प्रति सच्चा विश्वास ही था कि उन्होंने मुझे टिकट दिया और मैं विधायक बन सका.

उन्होंने कहा कि जिस समय मुझे टिकट मिला उसी वक्त से कुछ लोगों को मैं पच नहीं पा रहा हूं. उन्हें लगता है कि मैं कहां से टपक पड़ा. वे मुझे पार्टी नेताओं की नजर सेे गिराने एवं दूर करने के प्रयास में गत पांच वर्षों से लगे हुए हैं. फिर भी उनकी परवाह किए बिना मैं विधायकी और दल का कार्य पूरी निष्ठा से करता आ रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा. इधर, कुछ दिनों से मेरे पुराने सोशल मीडिया में की गयी टिप्पणियों के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर मीडिया में पेश कर मेरी छवि को धूमिल करते हुए मुझे मेरे पार्टी का विरोधी बताया जा रहा है जिसका मैं पूर्णरूपेण खंडन करता हूं. उन्होंने फर्जी न्यूज़ पोर्टल के खिलाफ कार्रवाई करने की भी बाटे कहीं.

विधायक ने कहा कि यह सरासर पक्षपातपूर्ण रवैया है जो पत्रकारिता धर्म के खिलाफ है. इस मुद्दे पर मीडिया प्रतिनिधियों को मेरा भी पक्ष लेना चाहिए था जो नहीं लिया गया. उन्होंने मीडिया कर्मियों पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मीडिया के इस व्यवहार से मैं काफी आहत हूं, अगर किसी को मीडिया में मेरे बारे में कुछ लिखना और दिखाना है तो मेरा भी पक्ष लेने का कष्ट करें. आपके बुलावे पर मैं खुद हाजिर हो जाऊंगा. साथ ही आप उन लोगों की भी सच्चाई उजागर करिए जो मीडिया के माध्यम से मीडिया का दुरुपयोग कर मुझे एवं मेरे जदयू के माननीय नेताओं के खिलाफ कार्य कर रहे हैं. (प्रणय राज की रिपोर्ट).

You might also like

Comments are closed.