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मोतिहारी : सीएम नीतीश कुमार ने केसरिया में किया कैफेटेरिया का उद्घाटन

मोतिहारी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया में विश्व प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप के समीप 6.90 करोड़ की लागत से पर्यटन विभाग की ओर से बनाए गए कैफेटेरिया का उद्घाटन किया. इसके अलावा सीएम ने पर्यटकों की सुविधा के लिए 19.77 करोड़ की लागत से होने वाले कई विकास कार्यों का शिलान्यास भी किया.

मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित कैफेटेरिया भवन एवं विश्व प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप का निरीक्षण भी किया. बौद्ध स्तूप को सीएम ने काफी करीब से देखा और इसके विकास पर बल दिया. शिलान्यास एवं उद्घाटन से पहले सीएम की उपस्थिति में बोधगया से पहुंचे बौद्ध भिक्षुओं ने बुद्ध प्रार्थना का पाठ किया.

कैफेटेरिया के उद्घाटन एवं विकास योजनाओं के शिलान्यास के दौरान सूबे के वित्त एवं वाणिज्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मद्य निषेध मंत्री सह प्रभारी मंत्री सुनील कुमार, विधि मंत्री डॉ शमीम अहमद, विधान पार्षद खालिद अनवर, स्थानीय विधायक शालिनी मिश्रा एवं कल्याणपुर के विधायक मनोज कुमार यादव के अलावे जदयू से जुड़े जिले के कई पूर्व विधायक भी मौजूद थे.

इससे पहले अपने निर्धारित समयानुसार मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से केसरिया बौद्ध स्तूप के समीप बने हेलीपैड पर पहुंचे. सीएम का स्वागत करने के लिए हेलीपैड के नजदीक प्रभारी मंत्री सुनील कुमार, विधि मंत्री डॉ शमीम अहमद, एमएलसी खालिद अनवर, स्थानीय विधायक शालिनी मिश्रा एवं कल्याणपुर के विधायक मनोज कुमार यादव जमे रहे. कियाजिला प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री कि आगवानी डीएम सौरभ जोरवाल ने की.

न किसी से मिले और न कुछ बोले सीएम

मुख्यमंत्री की आगवानी के लिए कार्यक्रम स्थल पर जदयू के नेताओं का जमावड़ा लगा था. नेतागण फुल-माला और गुलदस्ता लेकर खड़े रहे लेकिन सीएम हाथ जोड़े आगे बढ़ते रहे. कैफेटेरिया के निरीक्षण के दौरान जदयू जिलाध्यक्ष मंजू देवी को सुरक्षा कर्मियों ने अंदर जाने से रोक दिया जिसे लेकर मुख्य द्वार पर खूब बकझक हुई. योजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन के दौरान स्थानीय विधायक शालिनी मिश्रा सीएम का स्वागत शाल ओढ़ाकर करना चाहती थीं, लेकिन उस वक्त उन्हें मौका नहीं मिल सका. केसरिया के पूर्व विधायक मो ओबैदुल्लाह ने मुख्यमंत्री का स्वागत माला देकर किया तो सीएम ने वही माला पूर्व विधायक को पहना दिया.

मीडिया में नहीं दिया कोई बयान

केसरिया में कैफेटेरिया के उद्घाटन एवं विकास योजनाओं के शिलान्यास के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप्पी साधे रहे. सीएम का चेहरा उतरा-उतरा सा लग रहा था. मुख्यमंत्री ने एक तरह से मौन धारण कर रखा था. उन्होंने किसी से कोई खास बातचीत नहीं की. कार्यक्रम स्थल पर सिर्फ हाथ जोड़कर सीएम बैठे रहे. बोधगया से आए बौद्ध भिक्षुओं को सीएम ने हाथ जोड़कर प्रणाम किया. मुख्यमंत्री का अपने ही दल के नेताओं से एक-एक करके नहीं मिलना और मीडिया से मुखातिब नहीं होना पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. सीएम का मीडिया में कोई बयान नहीं देना मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों को हतप्रभ कर दिया. सीएम के आगमन से केसरिया के विकास की आस जगी थी, लेकिन उनकी चुप्पी के कारण लोग ना उम्मीद हो गए हैं.

मौके पर प्रभारी मंत्री और विधि मंत्री सहित कई नेता रहे मौजूद

केसरिया में बौद्ध स्तूप के समीप कैफेटेरिया के उद्घाटन के दौरान सूबे के वित्त एवं वाणिज्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मद्य निषेध व जिले के प्रभारी मंत्री सुनील कुमार, विधि मंत्री डॉ शमीम अहमद, पूर्व मंत्री श्याम बिहारी प्रसाद, एमएलसी खालिद अनवर, स्थानीय विधायक शालिनी मिश्रा, कल्याणपुर के विधायक मनोज कुमार यादव, केसरिया के पूर्व विधायक मो ओबैदुल्लाह, कल्याणपुर की पूर्व विधायक रजिया खातून, गोविंदगंज की पूर्व विधायक मीना द्विवेदी, मधुबन के पूर्व विधायक शिवजी राय, जिला सहकारिता बैंक के अध्यक्ष सुदर्शन प्रसाद सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष मंजू देवी, जदयू नेता यतीन्द्र कुमार कश्यप, महिला जिला अध्यक्ष शोभा सिंह, प्रो.दिनेश चंद्र प्रसाद, वसील अहमद खां, बसंत कुशवाहा, ललन कुंवर, राजद नेता हातिम खां, कांग्रेस नेता प्रफुल्ल कुंवर, रिपुरजंन सिंह, संजय किशोर तिवारी एवं रविशंकर दूबे सहित कई अन्य लोग मौजूद थे.

एक हजार पुलिसकर्मियों ने संभाल रखी थी सुरक्षा व्यवस्था की कमान

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल पर ऐसी सुरक्षा थी कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता था. बौद्ध स्तूप, कैफेटेरिया, हेलीपैड और एसएच 74 पर भारी संख्या में दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को तैनात किया गया था. करीब ढाई सौ पुलिस पदाधिकारी एवं सात सौ से ज्यादा पुलिस जवान तैनात किए गये थे, मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर करीब दो घंटे तक एसएच 74 पर आवागमन रोक दिया गया था. जिले के डीएम सौरभ जोरवाल एवं एसपी कांतेश कुमार मिश्रा लगातार सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था पर नजर बनाए हुए थे. चकिया के डीएसपी सत्येन्द्र कुमार सिंह एवं केसरिया के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान काफी मुस्तैद दिखे. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).

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