‘न्यूटन’ के रिलीज से पहले एक्टर पंकज त्रिपाठी ने अपने पैतृक गाँव आकर माता-पिता से लिया आशीर्वाद
अतुल सागर
बॉलीवुड के मशहूर एक्टर पंकज त्रिपाठी इन दिनों अपने पैतृक गाँव बिहार के गोपालगंज के बेलसंड में आये हुए है. मुंबई की चकाचौंध से दूर पंकज इन दिनों अपने गाँव की हरियाली में खोये हुए है. कई हिंदी फिल्मो में अपने दमदार अभिनय के लिए मशहूर पंकज त्रिपाठी ने पत्रकारों से काफी बातचीत की.
इस बातचीत के दौरान पंकज ने बताया कि वे दो दुनिया जीते है. एक बॉलीवुड की चकाकौंध भरी दुनिया है और दूसरी उनके गाँव की जहाँ सादगी भरे चेहरे है. एक दम निर्मल लोग हैं और उनके अन्दर जो ईमानदारी और सच्चाई आज भी जिन्दा है. वे अपने माता पिता की देन है. इसलिए उन्हें जब भी मौका मिलता है. वे अपनी इन्ही जड़ो के पास चले आते है. उन्होंने कहा की जो लोग अपनी जड़ो को भूल जाते है. वे वक़्त के साथ सुख जाते है. पंकज त्रिपाठी ने कहा कि आगामी 22 सितम्बर को उनकी बेहतरीन फिल्म न्यूटन आ रही है. जिसमे वे लीड रोल में है. इस फिल्म को बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में अवार्ड भी मिला है. इसी फिल्म के प्रमोशन से पहले वे अपने माता पिता से आशीर्वाद लेने आये हुए थे. न्यूटन के बाद फुकरे रिटर्न्स दिसम्बर में आने वाली है. बरेली की बर्फी सिनेमाघरों में चल रही है. जिसे दर्शको का अच्छा समर्थन भी मिल रहा है.
बता दे कि पंकज त्रिपाठी दो दिनों से अपने पैतृक गाँव बरौली के बेलसंड में आये हुए थे. वे यहाँ अपने माता पिता की सेवा करने के बाद सोमवार की देर रात मुंबई के लिए वापस लौट गए.
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