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बेगूसराय : सामने आया पुलिस का अमानवीय चेहरा, गड्ढे से मिले अज्ञात शव को रस्सी से बांध घीसटते हुए लाया गया अस्पताल

बेगूसराय में पुलिस का शर्मनाक चेहरा सामने आया है जहां एक वृद्ध की मौत के बाद शव के प्रति संवेदना दिखाने के बजाए पुलिस ने संवेदनहीनता की अंतिम बांध को तोड़कर जिले वासियों को झकझोर कर रख दिया है. पुलिस के इस कुकृत्य को देखकर जिलेवासी सरकार सहित पुलिस को कोसते नजर आ रही है. यह वीभत्स घटना लाखो ओपी क्षेत्र की है, जहां पुलिस ने बुधवार को एक अज्ञात युवक के शव के पैर में रस्सी को बांध पहले जमीन पर सैंकड़ों फीट दूर तक घसीटा. उसके बाद एनएच-31 तक एक पशु से भी बदतर हाल में घसीटते हुए लाई. उसमें भी सैकड़ों लोगों की भीड़ के बीच मानों अज्ञात शव मानव का नहीं बल्कि किसी जानवर का हो.

पुलिस का अमानवीय चेहरा यहां तक ही सीमित नहीं रहा. सदर असपताल पहुंचने के बाद भी मानवता को तार-तार करने से पीछे नहीं रहे. यहां भी रस्सी से बंधे पैर को खींच कर ही अंत्यपरीक्षण के लिए कमरे में भेजा जहां जाने के दौरान भी शव के शरीर लोहे से टकराते दिखे. इससे जिले की पुलिस की कार्यशैली व जिम्मेवारी पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.

बताया जाता है कि ग्रामीणों की सूचना पर लाखो थाना क्षेत्र के लाखो
गांव स्थित हाईवे किनारे गड्ढे में रखे पाइप से पुलिस ने एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया. मृतक के शरीर से तीक्ष्ण दुर्गंध आ रही थी. तभी इस गंध से बचने के लिए पुलिस ने सफाईकर्मी को बुलाया. शव को सम्मान के साथ निकालने के बदले उसके पैर में रस्सी बांध कर उसे पाइप से बाहर निकाला. पूरे मामले का किसी ने लाइव फुटेज बना लिया. जिस तस्वीर में साफ साफ़ दिख रहा है कि कितनी बेरहमी के साथ शव को घसीटा जा रहा है.

वहीं एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि मुफस्सिल प्रभाग के लाखो ओपी अन्तर्गत निपनिया सीमेंट गोदाम के समीप गढ्ढा में एक अज्ञात शव होने की सूचना पर लाखो ओपी के पुलिस अवर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह को बलों के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम कराने हेतु सदर अस्पताल बेगूसराय ले जाने हेतु निर्देशित किया गया था, परंतु उक्त पुलिस अवर निरीक्षक के द्वारा दो सफाई कर्मी को बुलाकर शव के पैर में रस्सी बांध कर खीचते हुये सड़क पर लाया गया और ट्रैक्टर पर पर लोडकर सदर अस्पताल पहुंचाया गया. वहांभी शव को स्ट्रेचर पर ले जाने के बदले पैर में रस्सी बांधकर पोस्टमार्टम रूम ले जाया गया. जिसका विडियों विभिन्न न्यूज चैनल एवं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके कारण पुलिस की छवि धुमिल हुई है. उन्होंने कहा कि पुलिस अवर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह लाखो ओपी को उक्त बरती गयी लापरवाही /अनुशासनहीनता के लिए तत्काल प्रभाव से सामान्य जीवनयापन भत्ता पर निलंबित करते हुए पुलिस केन्द्र क्लोज किया गया है. साथ ही थानाध्यक्ष लाखो से इस संबंध में अनुसाशनिककार्रवाई के विरूद्ध स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).

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