दुमका : शहर के विस्तारीकरण मास्टरप्लान के तहत 42 गांवों के विलय के विरोध में लोगों ने किया उग्र प्रदर्शन
दुमका शहर के विस्तारीकरण मास्टर प्लान, जिसमे 42 गांवो को दुमका शहर में विलय के विरुद्ध दुमका प्रखंड के सरवा पंचायत के अन्तरगर्त धतिकबोना, हिजला, हडवाडीह, जोगीडीह, विजयपुर, सरवा गांव के ग्रामीणों ने अपने अपने गांव में दुमका के विधायक सह कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी और मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला जला कर विरोध किया.
ग्रामीणों ने कहा शहरीकरण से गरीब आदिवासी,मूलवासी का विकास नही होगा,उनका जमीन लुट जायेगा. किसानों की स्थिति और बत्तर हो जाएगी. ग्रामीणों को विभिन्य तरह का टैक्स देना पड़ेगा. जिससे ग्रामीणों कि स्थिति बहुत ख़राब हो जाएगी. होल्डिंग टैक्स आदि बढ़ जाने से ग्रामीण टैक्स के बोझ तले दब जायेगे और अंत में जमीन मजबूर होकर बेचना पड़ जायेगा. शहरीकरण से आदिवासियों का मंझी परगना व्यवस्था और प्रधानी व्यवस्था ख़त्म हो जाएगी. इससे सभी 42 गांवो के प्रधान, गुडित, जोगमंझी, नायकी का अस्तित्व खत्म हो जाएगी. ग्रामीण ग्राम सभा के ताकतों से वंचित हो जायेगे. इसके साथ-साथ सभी समुदाय के ग्रामीण बच्चो का नवोदय स्कूल में मिलने वाला आरक्षण में भी कमी आ जाएगी. ग्रामीणों ने यह भी निर्णय लिया कि जल्द ही विस्तारीकरण/मास्टर के विरुद्ध धारणा-पर्दर्शन किया जायेगा और उन राजनितिक पार्टियों और नेताओ का सामाजिक और राजनितिक बहिष्कार किया जायेगे जो जनता के अधिकारों और अनुसूची क्षेत्र के जनता के अधिकारो का हनन करेगे.
इस मौके में गणेश हांसदा, अशोक टुडू, शीलवंती हांसदा, मेरिल हेम्ब्रोम, सुजाता सोरेन, लिली मरांडी, धोनमुनि मुर्मू, बिटिया किस्कू, सुरेन्द्र सोरेन, विलास हेम्ब्रोम, बुदीलाल मरांडी, विनोद हांसदा, विनय हेम्ब्रोम, बबुसोल मुर्मू, सारजोन हेम्ब्रोम, आनंद हेम्ब्रोम, बबली टुडू, होपना सोरेन, किरण बास्की, मरियल बास्की, चमेली मरांडी, लुखी हांसदा, निशा मुर्मू, सुनीता मुर्मू, प्रिशिला हेम्ब्रोम, नन्दलाल सोरेन, सुरेश हेम्ब्रोम, अर्जुन हांसदा, मकलू मुर्मू, बसंती सोरेन, पकु मरांडी, मकलु हांसदा, सुनील मरांडी, परमिला सोरेन, मार्शल मुर्मू, पानसूरी मरांडी, बाहा मुनि हेम्ब्रोम, निशा किरण तुदु, मुनी हेम्ब्रोम, रामलाल मुर्मू, जुली मुर्मू, जोहन मुर्मू, सुमिता मुर्मू, मिलु मरांडी, सोना बास्की के साथ काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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