चाईबासा : पेयजल और विद्युत ट्रांसफार्मर की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने जिला पार्षद से की शिकायत
चाईबासा में मझगांव प्रखंड के सोनापोस पंचायत अंतर्गत बेताजुरी गांव के टोला बास्की में पेयजल और डेढ़ साल से खराब पड़े ट्रांसफार्मर के मामले को लेकर ग्रामीणों ने आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के जिला उपाध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल को मामला से अवगत कराया.
ग्रामीण मुन्ना पूर्ति ने समस्या से अवगत होने के बाद बताया कि गांव में 10 केवी का ट्रांसफार्मर विगत डेढ़ साल से खराब है और ग्रामीण अंधेरे में रहने को विवश है. जंगल से नजदीक होने के कारण हाथियों का डर हमेशा बना रहता है. इतनी महंगाई में 100 रूपया लीटर में किरासन तेल खरीदना भी आसान नहीं है. ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि गांव में हाल फिलहाल में जल जीवन मिशन के तहत जलमिनार लगा, लेकिन जलमिनार से पानी नही निकलता है. जलमिनार सिर्फ हाथी का दांत साबित हो रहा है. गांव में स्वच्छ पेयजल का कोई व्यवस्था नहीं है न ही नहाने के लिए तालाब है. बास्की साई के ग्रामीण पीने के लिए खेतों पर बना चुंवां पर आश्रित है. गंदा पानी पीने के कारण ग्रामीण जॉन्डिक्स और टायफाईड, मलेरिया जैसे बीमारियों से ग्रसित रहते है. बीमारी के कारण कई बार ग्रामीणों की मौत भी हो गई है.
माधव चंद्र कुंकल ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि देश आज आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, लेकिन आजादी के 77 वर्षों के बाद भी आदिवासी आबादी आज भी स्वच्छ पानी के आभाव में गंदा पानी पीने को मजबूर है. ये सरकार की विफलता का उदाहरण है. मझगांव विधानसभा में विगत 10 वर्षों से झारखंड मुक्ति मोर्चा से निरल पूर्ति को जनता ने विधायक बनाया है लेकिन 10 सालों में पेयजल का समस्या का समाधान न कर पाना दुर्भाग्य है. माधव चंद्र कुंकल ने खराब पड़े ट्रांसफार्मर को बदलवाने और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था हेतु जनांदोलन की बात कही.
मौके पर शत्रुघ्न कुंकल, रसिका कुदादा, मनोरंजन महाराणा, ब्रजमोहन चातर, विजय चातर, सनातन तिरिया, जोंडेया चातर, मानसिंह चातर, नारायण महाराणा, छोटेलाल चातर, नानिका पूर्ति, गोपाल चातर, सोमबारी चातर, सावित्री चातर आदि उपस्थित थे. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
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