चाईबासा : हत्या के मामले में तीन गिरफ्तार
चाईबासा से बड़ी खबर है. जहां तीन लोगों ने मिलकर एक युवक की तलवार से काटकर हत्या कर दी और शव को फेंक दिया. वहीं मामले में अनुसंधान करते हुए पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना झींकपानी थाना क्षेत्र की है.
बताया जाता है कि तुराम सर्पया का भाई बीरसिंह सवैया कोलकाता रोलिंग मिल में दैनिकी मजदुरी पर काम करता था. करीब एक सप्ताह पूर्व वह अपने घर पर आया था. गत 23 फरवरी की शाम टोपे पिगुवा एवं छोगो सधैया दोनों उसके घर आये और बीरसिंह रावैया उर्फ चेके को लेकर कहीं चले गए. रात को बीरसिंह अपने घर नहीं आया. दूसरे दिन 24 फरवरी की सुबह सात बजे लकेश्वर केशरी के माध्यम से तुराम सर्पया को जानकारी मिली कि उसके भाई बीरसिंह सवैया उर्फ चेके का शव को टुंगलुईबुरु के जाहेर स्थान (पूजास्थल) के पास स्थित तालाब के निकट पड़ा हुआ है. इस सूचना पर तुराम ग्रामीण मुण्डा तुलसी राम सवैया एवं डाकुआ तथा अन्य ग्रामीणों के साथ टोल टुंगतुईबुरु के जाहेर स्थान के पास स्थित तालाब के निकट के पास गये तो देखे कि बीरसिंह सवैया का शव पड़ा हुआ है तथा उसके आँख के उपर ललाट पर कटा हुआ जख्म तथा पेट एवं छाती के उपर भी कडे जख्म पाया गया. जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी.
वहीं पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में विक्रम पिगुवा उर्फ टोपे पिंगुवा, पिता राजेश पिंगुवा ग्राम केलेन्डे टोला टुंगलई थाना झींकपानी जिला चाईबासा को गिरफ्तार किया. उसने बताया कि वह एवं मृतक बीरसिंह सवैया उर्फ चेक सर्वया दोनों साथ में कोलकाता रोलिग मिल में काम करते थे. जहां बीरसिंह सवैया का मोबाइल चोरी हो गया था तो उसने विक्रम पिगुआ पर मोबाइल चोरी का शक किया था. जिससे नाराज विक्रम पिगुआ ने घर आकर बीरसिंह सवैया को मारने की योजना विक्रम पिंगुवा ने सिरिल उर्फ बांकुड़सवैया, पिता स्व जुलीया सवैया ग्राम कैलेण्डे एवं महती देवगम उर्फ हुरदु, पिता विजय सिंह देवगम सा सुरजाबास, वर्तमान में ग्राम कैलेण्डे के साथ मिलकर बनायी. उसके बाद 23 फरवरी को वह जुरिया सवैया उर्फ चोगो सवैया के साथ उसके घर पर पर गये और बीरसिंह को साथ लेकर सिरिल उर्फ बापुड़ा, पिता स्व जुरिया सवैया के घर पर गये तो वहां पर पहले से ही महती देवगम उर्फ हुन्दु, पिता विजय देवगम मौजुद था. कुछ देर रुकने के बाद वे सिरिल सर्वया उर्फ बांकुड़ा एवं म्हती देवगम उर्फ हर एवं जूरिया सवैया उर्फ चोगो तथा बीरसिंह उर्फ चेके स्वैया सभी सानाराम बानरा के घर शराब (हड़िया) पीने के लिए गये. सोनाराम बानरा के घर पर हड़िया पीने से बीरसिंह उर्फ चेके स्वैया को काफी नशा हो गया तब वे बीरसिंह को साथ लेकर टुंगलुईबुर रेलवे लाइन की तरफ चले गये. जहां तीनो ने मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को फेंक फरार हो गए. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
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