बेगूसराय : संस्कृत मध्य विद्यालय संजात में देशरत्न की प्रतिमा का अनावरण
पिंकल कुमार
संस्कृत भारत की जननी है और प्राचीन है इसकी उपेक्षा नही होनी चाहिए. उक्त बातें भगवानपुर प्रखण्ड क्षेत्र के संस्कृत मध्य विद्यालय महादेव स्थान संजात के प्रांगण में सोमवार को देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद जयंती के अवसर पर राजेंद्र प्रसाद के प्रतिमा का अनावरण एवं मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत विधायक रामदेव राय द्वारा अनुशंसित दस लाख 44 हजार पांच सौ की लागत से बने नवनिर्मित दो कमरे का भवन का फीता काट कर उद्धघाटन करते हुए तेघड़ा एसडीओ डॉ निशांत कुमार ने कहीं.
उन्होंने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद का भारत नव निर्माण में बड़ा योगदान है. प्रशासन एवं संस्कृत विद्यालय प्रबंधन के दुरी के कारण संस्कृत विद्यालय पीछे जा रहा है. उन्होंने संस्कृत विद्यालय के प्रधनाध्यापक महेंद्र चौरसिया को कहा कि विधालय में अगर शिक्षक का पद रिक्त है तो अपने भाई भतीजा को उस पद पर नही रखे यह काम सरकार का है. वह तय करेगा की कौन लोगों को रखा जायेगा, आप विद्यलाय को चलाए बच्चों के मध्यान भोजन की व्यवस्था करें एवं सरकार के माप दण्डों का पालन करें.
वहीं बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष दुर्गेश राय ने कहा कि इस विद्यालय में विधायक ने दो कमरा देने का काम किया है जो सराहनीय है, संस्कृत भाषा देश और दुनिया को संस्कार देती है जिस दिन संस्कृत मर जाएगी उस दिन देश का संस्कार मर जाएगा. संस्कृत भाषा को जिंदा रखें. मैं बहुत कम समय तक अध्यक्ष रहा उस समय भी हक़ की लड़ाई को लड़ने का काम किया वर्तमान में भी जो हमें बन पाएगा उतना संस्कृत एवं संस्कृति के लिए काम करता रहूंगा,
गौरतलब है कि कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानितगौरी नाथ मिश्र भास्कर एवं मंच संचालन बिजय कुमार झा ने की।और अंत में स्कुल के शिक्षक आलोक कुमार के 6 वर्षीय पुत्री ने अंग्रेजी में भाषण देकर सबों का दिल जीत लिया. मौके पर संस्कृत शिक्षा संघ के जिला सचिव रविंद्र सिंह, पूर्व प्रमुख कृष्ण कुमार राय, नित्यानंद मिश्रा, स्थानीय सरपंच रामविलास चौरसिया, संजय मिश्रा,अदि उपस्थित थे. इस अवसर पर आगत अतिथियों को विद्यालय के प्रधनाध्यापक महेंद्र चौरसिया ने माला और चादर से सम्मानित किया तथा धन्यवाद ज्ञापन किया.
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