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सीवान : जन शिक्षा विभाग द्वारा उपेक्षा के आरोप में टोला सेवकों ने समाहरणालय पर दिया धरना

अभिषेक श्रीवास्तव

सीवान में शनिवार को टोला सेवकों ने शिक्षा स्वयं सेवक संघ के बैनर तले जन शिक्षा विभाग पर सौतेलेपन और उपेक्षा किये जाने का आरोप लगते हुए जोरदार प्रदर्शन किया गया. वहीं मार्च प्रदर्शन के बाद टोला सेवकों ने समाहरणालय के समक्ष धरना देते हुए डीएम को ज्ञापन दिया.

अपने ज्ञापन में टोला सेवकों ने कहा है कि लोगों के पोषक क्षेत्र मे दूर दूर तक अब कोई असाक्षर महिला नहीं बची हैं. दूसरी क्षेत्र या ग्रामीण स्तर पर भी प्रेरक, वरीय प्रेरक एवं भिट्ठी के द्वारा महिलाओं को साक्षर किया जा चुका है. हम लोग के द्वारा जो भी महिला साक्षर हुई किसी भी लाभ योजना या प्रशिक्षण से नहीं जोडा गया. जिससे पूर्व से साक्षर महिला इस कार्यक्रम को सुढा एवं मजाक का केन्द्र बना दिया गया है. विभाग द्वारा असाक्षर महिला को समय से न तो किताब और न ही टीएलएम उपलब्ध कराया जाता है. अनु0 अधिकारी एवं प्रखंड को-ऑर्डीनेटर द्वारा केन्द्र पर महिता के नाम पर कार्य मुक्त करा देने की धमकी देकर आर्थिक एवं मानसिक शोषण किया जाता है.

टोला सेवकों ने अपने ज्ञापन के मार्फत दिएम से आग्रह किया कि पूर्व मांग जन शिक्षा विभाग से हटाकर वापस सर्वशिक्षा विभाग मे किया जाय. अगर ऐसा नहीं होता है तो जन शिक्षा निदेशक के भेद भाव सोच के हमलोग शिकार हो जायेंगे अन्यथा साक्षर बिहार कार्यक्रम मे महिला साक्षरता कार्य से हमलोग को मुक्त करते हुऐ समुदाय के बच्चों का शैक्षणिक स्तर सुधार, विद्यालय में सम्मानजनक उनकी उपस्थिति और पूर्व के आर्दश विद्यालय में पठन-पाठन में कमजोर बच्चों पर टोला सेवक शिक्षा स्वयं सेवक से विशेष मद लिया जाय. साथ ही साक्षर बिहार योजना से लोक शिक्षा केन्द्र की सारी जवाबदेही हमलोग को दिया जाय और इस कार्यक्रम का स्थानीय अधिकारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं विधालय प्रधान को बनाया जाय.

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