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रोहतास : बक्सर से गंगा जल लेकर कैथी शिव मंदिर में होता है जलाभिषेक, 26 वर्षो से है परम्परा कायम

रोहतास जिले के तेतराढ पंचायत के कैथी गांव के लोग 26 वर्षो से चली आ रही परम्परा को जीवंत रखे हैं. यहां चढ़ते सावन के पहले सोमवार को शिव मंदिर में जलाभिषेक होता है, जिसके लिए शनिवार को गांव के शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर चार सौ से पांच सौ की संख्या में कांवरिया बम बक्सर के लिए रवाना होते है. बक्सर से गंगा जल लेकर पैदल चलकर आते हैं और बीच रास्ते मे नटवार नागाबाबा मठ में विश्राम कर मध्य रात्री में पैदल चल कर सोमवार को कैथी शिवमंदिर में जलाभिषेक करते हैं. कैथी गांव के साथ तेतराढ, नीमा, कुसुमहरा, भीम करूप सहित कई गांव के कांवरिया इसमें शामिल होते हैं.

इस मंदिर के शिव जी का महिमा असीम है, जो भी भोले नाथ से मन्नत मांगते हैं, वो पूरी होती है. जिसको लेकर गांव के बूढ़े युवक बच्चे महिला युवति कावरिया के साथ शामिल होते हैं. कावरिया निर्मल तिवारी और रमुन गुप्ता ने बताया कि 26 वर्ष से इस शिव मंदिर में परम्परा चलते आ रहा है कि सावन के चढ़ते ही बक्सर गंगा जल से जल लेकर पैदल चल कर सोमारी को शिव मंदिर में जलाभिषेक करते हैं और आते समय बीच रास्ते मे नटवार नाग बाबा मठ में दिनभर विश्राम कर मध्य रात्रि रविवार को निकल जाते और सुबह सोमवार को गंगा जल को जलाभिषेक करते हैं.

वहीं शिव मंदिर कमिटी के अध्यक्ष विजय पासवान ने बताया कि यह परम्परा 1997 से चली आ रही है. चढ़ते सावन के पहला सोमारी से दो दिन पूर्व यानी शनिवार को शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर बक्सर के लिए कावरिया रवाना होते हैं. बक्सर से गंगा जल लेकर वापस शनिवार को ही निकल पड़ जाते हैं और सुबह रविवार को नटवार में नागा बाबा मठ में विश्राम कर रात्रि में निकल पड़ते है और फिर सुबह सोमवार को कैथी शिव मंदिर में जलाभिषेक करते हैं. सोमारी को लेकर दो दिन अखण्ड कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. (प्रमोद कुमार की रिपोर्ट).

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