चाईबासा : नुईया गांव के चार ग्रामीण महाराष्ट्र में फंसे, बिना पारिश्रमिक दिए कराया जा रहा काम
चाईबासा से बड़ी खबर है, जहां गुवा थाना क्षेत्र के नुईया गांव के ईचागुटू-1 के मुंडा टोला से काम की तलाश में चार युवकों चुन्नीलाल चाम्पिया, मोगरा चाम्पिया, माटा चाम्पिया तथा डेमका चाम्पिया को महाराष्ट्र में बंधक बनाकर बिना पारिश्रमिक दिए बंधुआ मजदूर की तरह काम कराया जा रहा है. वहीं चारों के परिजन काफी परेशान हैं.
बताया जाता है कि चारों युवकों को बोकना गांव के ही युवक जुरिया चाम्पिया महाराष्ट्र के वर्धा जिले के अपुवाभाग ले गया. जहां उन चारों युवकों से सड़क बनाने का कार्य में लगा दिया गया. परंतु चार महीने से उसे कोई मजदूरी नहीं मिलने पर वह महाराष्ट्र में फंसे हुए हैं. उन चारों युवकों के पास उतने पैसे भी नहीं है कि वह अपने घर नुईया आ सके.
वहीं इसकी जानकारी पीएलबी के दिल बहादुर को मिलने पर दिल बहादुर ने उन सब की रिपोर्ट बनाकर नोआमुंडी प्रखंड विकास पदाधिकारी समरेश प्रसाद भंडारी को सौंपा. जिसके बाद समरेश प्रसाद भंडारी ने उनकी जांच पड़ताल में जुट गए हैं. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).
Comments are closed.