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चाईबासा : हब्बा-डब्बा जुआ संचालक विकास निषाद गिरफ्तार, चार अन्य की तलाश जारी

चाईबासा से बड़ी खबर है, जहां जेटेया थाना पुलिस ने कातिकोड़ा में आयोजित तीन दिवसीय मकर सक्रांति मेला में हब्बा-डब्बा जुआ का संचालन करने वाले विकास निषाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

बताया जाता है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कातिकोडा़ मेला के अंतिम दिन मेला स्थल से हटकर जंगल झाडी तरफ कुछ व्यक्ति हब्बा डब्बा जुआ खेल संचालित कर, मेला देखने आये भोले भाले लोगों से पैसा दोगुणा-तीनगुणा दिलाने का लालच देकर धोखाधड़ी कर भारी मात्रा में पैसों की ठगी कर रहे हैं. इस सूचना का सन्हा दर्ज करते हुए वरीय पदाधिकारियों को सूचित किया गया. पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार थाना स्तर पर एक छापामारी दल का गठन किया गया. तत्पश्चात् प्राप्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु ग्राम कातिकोडा मेला स्थल पहुंचने पर पाया की मेला स्थल से एक किलोमीटर दूर जंगल में भीड़ लगाकर हब्बा डब्बा जुआ खेल का संचालन किया जा रहा है. उक्त स्थान पर चारों ओर से सशस्त्र बल के सहयोग से घेराबन्दी कर छापामारी किया गया, परन्तु पुलिस की कार्रवाई की भनक लगते ही जुआ संचालक एवं खेलने वाले लोग घने जंगल झाड़ी का फायदा उठाकर इधर उधर भाग गये. एक व्यक्ति विकास निषाद (27 वर्ष) पिता स्व सुरेश निषाद, सिद्धि विनायक रोड, जगन्नाथपुर की गिरफ्तारी हुई है जो एक जुआ संचालक है. जिनके द्वारा अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर पुलिस छापामारी से पूर्व घटनास्थल पर ही एक लड़का को रंगदारी पूर्वक धमकाते हुए मोबाईल फोन, घड़ी एवं पैसा छिन लिया गया था और बेरहमी से उक्त युवक को लात-घूंसा से पीटा गया था. इस संदर्भ में पीडित लड़का का भी न्यायालय में बयान दर्ज कराया जा रहा है. घटनास्थल से हब्बा डब्बा जुआ में प्रयुक्त सामग्री जप्त की गई है.

विकास निषाद द्वारा बताये अनुसार घटनास्थल से भागे अन्य जुआ संचालकों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करते हुए उनके एवं अन्य सहयोगियों के विरुद्ध लगातार छापामारी जारी है. गिरफ्तार अभियुक्त ने अपने किये गये अपराध को स्वीकार किया है एवं इनके निशानदेही पर छीना गया एक स्क्रीन टच मोबाईल, 1150 रुपये एवं हब्बा-डब्बा जुआ में प्रयुक्त सामग्री बरामद किया गया. छापेमारी टीम में जेटेया थाना प्रभारी बिपिन चन्द्र महतो, एसआई संजीत कुमार रजक, एएसई बिनोद बेक, हवलदार दीपक भगत, अंद्रियस सांगा, बंधन उरांव एवं सैट 56 के सशस्त्र बल शामिल थे. (संतोष वर्मा की रिपोर्ट).

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