चाईबासा : जेएनयू घटना के विरोध में एनएसयूआई, कोल्हान यूनिवर्सिटी संघ और आदिवासी यंगस्टर यूनिटी ने सयुंक्त रूप से अभाविप का फूंका पुतला
चाईबासा में मंगलवार को जेएनयू और गुजरात सहित अन्य शैक्षणिक संस्थानों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा रविवार को की गई हिंसा के विरोध में एनएसयूआई, कोल्हान यूनिवर्सिटी छात्र संघ और आदिवासी यंगस्टर यूनिटी कोल्हान के संयुक्त तत्वावधान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का शहीद पार्क चौक में पुतला फूंका गया.
इस अवसर पर टाटा कॉलेज विश्वविद्यालय प्रतिनिधि मंजीत हांसदा ने कहा कि घटना को लेकर मुंबई आतंकवादी हमले की याद आ गई. नकाबपोश हमलावर कौन थे, यह तलाश करने के लिए तफ्तीश होनी चाहिए. देशभर के छात्रों में डर का माहौल है. हम सभी को एक साथ आकर छात्रों में आत्मविश्वास भरना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि जेएनयू में हमला करने वाले नकाबपोश हमलावर कायर हैं, उनकी पहचान सामने आनी चाहिए. देश में छात्र असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. पीजी विभाग छात्र संघ अध्यक्ष सनातन पिंगुवा ने कहा कि भारत के युवाओं और छात्रों की आवाज हर दिन दबाई जा रही है. भारत के युवाओं पर भयावह व अप्रत्याशित ढंग से हिंसा की गई और ऐसे करने वाले गुंडों को सत्तारूढ़ मोदी सरकार की ओर से उकसाया गया है. यह हिंसा निंदनीय और अस्वीकार्य है.
वहीं एनएसयूआई के कार्यकारी जिलाध्यक्ष विवेक विशाल प्रधान ने कहा कि पूरे भारत में शैक्षणिक परिसरों और कॉलेजों पर भाजपा सरकार से सहयोग पाने वाले तत्व व पुलिस रोजाना हमले कर रही है. हम इसकी निंदा करते हैं और स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग करते हैं. जेएनयू सहित अन्य शैक्षणिक संस्थान में छात्रों और शिक्षकों पर हमले इस बात का प्रमाण हैं कि केन्द्र सरकार विरोध के हर स्वर को दबाने के लिए किसी भी हद तक जाएगी. एनएसयूआई देश के युवाओं और छात्रों के साथ खड़ी है.
मौके पर युवा कांग्रेस कार्यकारी जिलाध्यक्ष शिवकर बोयपाई, दीनबंधु बोयपाई, प्रदेश कांग्रेेस नेता त्रिशानु राय, चंद्रमोहन तापेय, संदीप सन्नी देवगम, मो सलीम, अमृत कुल्लू, नकुल पिंगुवा, राजू कारवां, आल्विन एक्का, मधुसूदन बानरा, रेहांश सामड, टाटा बारी व सुशील कुमार दास सहित अन्य उपस्थित थे.
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