दिल्ली : हो भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने को लेकर जंतर-मंतर में आदिवासी हो समाज के लोगों ने दिया धरना

संतोष वर्मा
https://youtu.be/_Atvr4bm0y8
हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में जिस तरह अन्य 22 भाषा को शामिल किया गया है उसी तरह हो भाषा को भी शामिल करने की मांग को लेकर सोमवार को पांच राज्य के आदिवासी हो समाज युवा महासभा, अॉल इंड़िण्या हो लेंगवेज ऐक्शन कमेटी के झारखण्ड, ओड़िशा, बंगाल, आसाम, छत्तीसगढ़ व गुजरात के हो समाज के कार्यकर्ताओं ने युवा महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष भूषण पाठ पिंगुवा के नेतृत्व में दिल्ली के संसद मार्ग स्थित जंतर-मंतर स्थित शक्ति प्रर्दशन किया गया. वहीं हो भाषा को आठवीं अनुसुची में शामिल करने की मांग को लेकर मंगलवार को देश के प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से केंद्रीय अध्यक्ष भूषणपाठ पिंगुवा, बालभद्र बिरूआ, गंगाधर जेराई के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मिलकर हो भाषा को आठवीं अनुसुची में शामिल कराने सबंधित प्रस्ताव लाने का मांग रखेगें.
ज्ञात हो कि हो भाषा वारंग क्षिति भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किये जाने से आदिवासी समुदाय के शिक्षित बेरोजगार व समुदाय के लोग सरकार की कई लाभंवित योजना से वंचित हो रहें है. इस हो समाज के द्वारा चल रहे जंतर मंतर में धरना प्रदर्शन में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधुकोड़ा भी शामिल हुए.
वहीं हो समाज के द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर में चल रहे धरना प्रदर्शन में सांसद सह प्रदेश अध्यक्ष लक्षमण गिलुवा शामील होगें और हो समाज की मांगों को लेकर गिलुवा केंद्रीय गृहमंत्री के साथ हो समाज के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता करायेगें.
Comments are closed.