सीवान : जिला उपभोक्ता न्यायालय के प्रारंभ होने से उभोक्ताओं में राहत
सीवान में जिला उपभोक्ता न्यायालय का काम प्रारंभ होने से उपभोक्ताओं में भारी संतोष देखा जा रहा है. बता दें कि 5 मई 2018 को सदस्य के अवकाश प्राप्ति के साथ ही उपभोक्ता आयोग लगभग बंद सा हो गया था. चेयरमैन थे लेकिन सदस्य की अनुपस्थिति में कोरम के अभाव में कार्य नहीं हुआ. उपभोक्ता आयोग में काम नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा. निसंदेह लंबित मामलों की की संख्या भी बढ़ी. इसी बीच उपभोक्ताओं अधिवक्ताओं और सामाजिक संगठनों ने सरकार से उपभोक्ता आयोगों के रिक्तियों के बारे में बहुत पत्राचार किया, जिसके फलस्वरूप सरकार द्वारा रिक्तियां भरी गई तथा वैकल्पिक व्यवस्था भी की गई. वैकल्पिक व्यवस्था के अंतर्गत सीवान उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग का कार्य सप्ताह में तीन दिन चलेगा. बृहस्पति, शुक्र व शनिवार को नियमित रूप से कार्य होंगे.
आयोग के चेयरमैन जनार्दन त्रिपाठी ने बताया के अब आयोग का कार्य नियमित रूप से चल रहा हैं. शोषित एवं पीड़ित उपभोक्ताओं को आयोग की शरण लेनी चाहिए. जनार्दन त्रिपाठी ने कहा कि आयोग की प्रक्रिया अत्यंत ही सरल बनाई गई है कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या को आवेदन के माध्यम से स्वयं आयोग के समक्ष रख सकता है.
वहीं आयोग के नवनियुक्त स्थाई सदस्य आलोक कुमार सिंहा ने बताया कि मामलो कि सुनवाई की जा रही हैं तथा निष्पादन भी तेजी से हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि जो भी संस्थाएं उपभोक्ताओं को परेशान कर रही हैं या उनकी सेवा में किसी भी प्रकार की त्रुटि है उपभोक्ता सीधे आयोग में अपना आवेदन दे सकता है. आलोक कुमार सिन्हा ने अधिवक्ताओं, न्यायाचको तथा आयोग के कर्मचारियों से सार्थक सहयोग का आग्रह किया जिससे उपभोक्ताओं को सस्ता एवं सुलभ न्याय मिल सके. (अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट).
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