सीवान : कोरोना संक्रमण के कारण जेल में नए बंदियों के प्रवेश पर रोक
सीवान से बड़ी खबर है, जहां अब किसी भी अपराधी की गिरफ्तारी के बाद उसे सीवान मंडल कारा यानी जेल में नहीं भेजा जाएगा. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर राज्य सरकार द्वारा ऐसा निर्देश जारी किया गया है. जिले में गिरफ्तार किए गए पुरुष बंदी को जहां गोपालगंज के चनावे जेल स्थित बने क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा वहीं महिला बंदियों को मुजफ्फरपुर के बेनीपुर जेल भेजा जाएगा, जहां आईशोलेशन और क्वारेंटाइन किये जाने की पर्याप्त व्यवस्था है.
बता दें कि शनिवार को राज्य विधिक सेवा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा सचिव एनके प्रियदर्शी के नेतृत्व में सीवान मंडलकारा का निरीक्षण किया गया और जेल की सभी वस्तु स्थिति से अवगत होते जेल प्रशासन को सरकार के आदेश की जानकारी दी गयी. इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार की टीम ने मंडलकारा के महिला वार्ड व अस्पताल सहित विभिन्न वार्डो का निरीक्षण किया तथा तैयारियों की समीक्षा की. सचिव एनके प्रियदर्शी ने बंदियों के बीच कोरोना वायरस (कोविड-19) से संबंधित लक्षण एवं बचाव के संबंध में बंदियों को जागरूक करते हुए कहा कि कारा में रहते हुए यथासंभव सोशल डिस्टेनसिंग (एक दूसरे से दूरी बनाकर रहे) के नियमो का पालन अवश्य करें. मौके पर पैनल अधिवक्ता विजय कुमार पांडेय, प्रभारी सचिव भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी राजीव रंजन राजू, प्राधिकार कर्मी रंजीत दुबे, मनीष कुमार, बलवंत सिंह तथा कारा पाल संतोष पाठक एवं कारा कर्मी उपस्थित थे.
गौरतलब है कि पिछले 9 मई को आगरा सेंट्रल जेल में कोरोना संक्रमण से एक बंदी की मृत्यु हो गयी और 12 बंदी कोरोना पॉजिटिव भी पाय गए. इससे बचाव के लिये सरकार ने यह निर्णय लिया कि अब जेल में नए बंदियों का प्रवेश नहीं होगा. इस संबंध में राज्य के सभी जेलों को निर्देश भी दिया जा चुका है. वहीं न्यायपालिका ने भी अपने स्तर से निर्णय लेते हुए बंदियों की पेशी (प्रोडक्शन) वीडियो कांफ्रेंसिंग तथा व्हाट्सएप्प वीडियो कॉल के माध्यम से लेनी शुरू कर दी है. (सेंट्रल डेस्क).
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