नवादा : पति के दीर्घायु के लिए सुहागिनों ने लॉकडाउन में छत पर बरगद का पौधा लगाकर की वट-सावित्री की पूजा
नवादा में शुक्रवार को पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिन महिलाओं ने वट-सावित्री का व्रत रखा. हालांकि जिले में लॉकडाउन के कारण वे घर से बाहर नहीं निकली लेकिन अपने सुहाग के लिए महिलाओं ने तरकीब निकाल अपने घरों के ऊपर ही बरगद का पेड़ लगाकर छत पर ही विधिवत पूजा की.
Read Also :
बता दें कि नवादा-गया रोड स्थित पंचमुखी नगर में महिलाओं ने वट वृक्ष के नीचे पूजा करने की हजारों साल पुरानी परंपरा को त्यागकर अपने आंगन, छत पर गमलों में छोटा सा वट यानी बरगद का पौधा लगाकर पूजा की रस्म निभा वट-सावित्री की पूजा किया और सावित्री व सत्यवान की कथा सुनी. सनातन धर्म में पति को परमेश्वर का दूसरा रूप माना गया है. प्रत्येक स्त्री की कामना होती है कि वह सुहागन रहे. स्वयं कोई कष्ट हो पर पति दीर्घायु और स्वस्थ हो. इसी कामना का व्रत है वट-सावित्री. पतिव्रता स्त्री में इतनी ताकत होती है कि वह यमराज से भी अपने पति के प्राण वापस ला सकती है.
वहीं पुजारी सुमन उपाध्याय ने बताया कि हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, अखंड सौभाग्यवती होने की कामना को लेकर हिंदू पंचांग के ज्येष्ठ अमावस्या पर वट वृक्ष की पूजा करने का विधान है. सुहागिनें सामूहिक पूजा करके कथा-कहानी सुनती हैं, कई तरह की सामग्री वट वक्ष को अर्पित करतीं हैं और एक साथ पेड़ पर कच्चा सूत बांधते हुए परिक्रमा करती हैं. चूंकि इस साल कोरोना का प्रकोप है इसलिए महिलाएं एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें. समूह में न कर एक-एक कर पूजा करें. सबसे बेहतर होगा कि घर में ही पूजा करें. सोलह श्रृंगार की सामग्री रखकर पूजा करने पर बाद में उसे किसी जरूरतमंद महिला या पुरोहित को दान कर दें. गमले में रखे बरगद के पौधे को बारिश के दिनों में किसी खाली जगह पर रोप दें ताकि वह पेड़ बनकर छांव दे सके.(सन्नी भगत की रिपोर्ट).
Comments are closed.