नालंदा : सासंद कौशलेंद्र कुमार ने की सांसद मोहन डेलकर के संदेहास्पद मौत की जांच की मांग
नालंदा के लोकसभा सदस्य कौशलेन्द्र कुमार ने बुधवार को शून्यकाल के दौरान लोकसभा में दिवंगत सांसद मोहन डेलकर, (दादरा व नागर हवेली के लोकसभा सदस्य) की संदेहमय मौत का मामला उठाते हुए मौत के जांच की मांग की.
सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने कहा कि डेलकर जी सात बार वहां से सांसद चुने गये थे. वे वहां के लोकप्रिय जनप्रतिनिधि थे. वह इस बार निर्दलीय सांसद चुने गए थे. 22 फरवरी, 2021 को उनकी मौत की सूचना विचलित करने वाली थी. महोदय, प्रश्न यह नहीं है कि उनकी मौत आत्म-हत्या या कोई ओर वजह है?
16 पन्नों का सोसाईड नोट मिला है, जिसमें वहां के प्रशासक समेत लगभग एक दर्जन अधिकारियों के नाम है. इससे पहले उन्होंने इस सदन में अपनी कुंठा और अपमान को उठाया था. जिसे मंगाकर देखा जा सकता है. वे इतने सीनियर जनप्रतिनिधि थे. इस तरह का अपमान किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए निंदनीय और उसकी गरिमा के खिलाफ है.सांसद ने कहा कि जब जनप्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं है तो जनता के सुरक्षा की गारंटी कैसे हो सकती है? इसलिए इस सदन से एक संदेश दादर व नगर हवेली के साथ-साथ पुरे देश की जनता के बीच जाना ही चाहिए.
सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने कहा कि मैं अपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर खुद उनको श्रद्धांजलि देने गया था. श्रद्धांजलि सभा में शिरकत किया, जहां करीब 20 से 30 हजार लोगों की आंखों में छलक रहे आंसू यह बयान कर रहे थे कि उनकी मौत से वहां की जनता कितनी आहत और दुःखी है. उनके परिवार, समर्थक, शुभचिंतकों से भी मैं मिला, वे भी उनकी मौत को संदेहास्पद मान रहे हैं. अतः मैं आपके माध्यम से सरकार से मांग करता हूं कि वहां के प्रशासक को तत्काल वहां से हटाया जाये और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो ताकि डेलकर जी को और वहां की जनता को न्याय मिल सके. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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