नालंदा : गर्मी से पूर्व एक्शन में पीएचईडी, चापाकल मरम्मति दल हुआ रवाना
नालंदा में गर्मी के मौसम में भीषण पेयजल की समस्या से निपटने के लिए पीएचईडी विभाग ने कमर कस ली है. इसी के तहत शुक्रवार को बिहारशरीफ समाहरणालय से चापाकल मरम्मति दल को रवाना किया गया. दल को नालंदा के डीडीसी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस अवसर पर डीडीसी राकेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी 20 प्रखंडों के लिए मरम्मती दल को रवाना किया गया है. जिसमें दल के सभी सदस्य चापाकल से जुड़े सारे औजार के साथ गांव-गांव और शहर शहर घूम कर खराब हुए चापाकल को मरम्मत करने का काम करेंगे. प्रखंडों में जाने वाले कर्मियों का मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है. जिससे आम आदमी का भी फोन कर जानकारी दे सकेगें. सूचना मिलने के बाद उस इलाके में जाकर कर्मी चापाकल ठीक करेंगे.
पीएचईडी के ऐक्सक्यूटिव इंजीनियर रामाशंकर सिंह ने बताया कि नालंदा जिले के लगभग सभी इलाकों में 100% चापाकल की व्यवस्था की गई है. लेकिन गर्मी के दिनों में अक्सर बिजली के कारण पानी सप्लाई में दिक्कत होती है. उस वक्त लोगों को चापाकल की जरूरत पड़ती है. इसीलिए प्रखंड स्तर पर पंचायत के जितने भी चापाकल है. उसे चुस्त-दुरुस्त करने के उद्देश्य से इस मरम्मती दल को नालंदा जिले के रहुई, बिहार शरीफ, चंडी, नगरनौसा, अस्थावां, सिलाव समेत सभी 20 प्रखण्ड में भेजा जा रहा है. सर्वे के अनुसार सभी प्रखंडों के जितने भी खराब चापाकल है. उसे 15 अप्रैल तक ठीक करके चालू करने का दिशानिर्देश सरकार के द्वारा दिया गया है.
आकड़ो के अनुसार, अभी हिलसा अनुमंडल में खराब चापाकल की संख्या 8 हजार 910 चापाकल है, जिसमें से 1012 का सर्वे हुआ है. इसी तरह बिहार शरीफ अनुमंडल में 14 हजार 360 चापाकल जिसमें 1365 चापाकल का सर्वे हो चुका है. इन सभी चापाकलों को ससमय ठीक कर लिया जाएगा. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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