नालंदा : श्रमदान से हुए चबूतरा निर्माण में मनरेगा का बोर्ड लगाकर निकाली गयी राशि, ग्रामीणों में आक्रोश
नालंदा में सिलाव प्रखंड अंतर्गत सब्बैत पंचायत के भदारी गांव में मनरेगा के तहत हुए चबूतरा निर्माण में भारी लूट हुई है. गांव में इसी वर्ष अप्रैल माह में आठ लाख की लागत से छठ घाट का भी निर्माण कराया गया था. वो भी महज चार महीने में ही जमींदोज हो गई.
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में तीन देवस्थान पर श्रमदान से चबूतरा निर्माण कराया गया था. सिर्फ ऊपरी सतह की मरमत्ति कर मनरेगा से पैसा निकाल लिया गया है. आपस में चंदा कर बाबा स्थान, भोला स्थान एवं बजरंगबली स्थान पर चबूतरा निर्माण कराया गया था. जिसमें गांव के बिचौलिए और मुखिया के द्वारा मनरेगा योजना के तहत तीन-तीन लाख तक की निकासी कर ली गई. जबकि ग्रामीणों का कहना है कि श्रमदान से चबूतरा का निर्माण करवा रहे थे। इस फर्जीवाड़े की जानकारी प्रखंड के पीओ से लेकर प्रखंड पदाधिकारी तक की गई है. बावजूद अब तक किसी भी तरह का कोई कार्रवाई नहीं हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि चार माह पूर्व मीठी पोखर पर 8 लाख की लागत से छठ घाट का निर्माण कराया गया था. वह भी अब जर्जर स्थिति में पहुंच गया है. छठ घाट की स्थिति ऐसी हो गई है कि कभी भी वहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है. छठ घाट दिनोंदिन जमींदोज होती जा रही है.
मौके पर मौजूद दर्जनों ग्रामीणों ने उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर जांच कराने की मांग की है ताकि सब्बैत पंचायत के भदारी गांव में मनरेगा के तहत जो लूट हुई है. उसका सच बाहर आए और जो भी दोषी व्यक्ति हैं. उन पर कठोर कार्रवाई हो सके. सरकार की महत्वकांक्षी योजनाएं धरातल पर तो उतारी जाती है. परंतु बिचौलिए और कमीशन के चक्कर में कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं हो पाता है. जिसका साफ-साफ नतीजा भदारी गांव में दिख रहा है. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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