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नालंदा : एंबुलेंस चालक में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद चालकों और कर्मियों में दहशत का माहौल

नालंदा जिले में कोरोना पॉजिटिवों में एक एंबुलेंस कर्मी भी शामिल है. एंबुलेंस कर्मी के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद चालकों और कर्मियों में दहशत का माहौल कायम हो गया है. शनिवार को बिहार शरीफ सदर अस्पताल पहुंचकर एंबुलेंस कर्मियों ने सिविल सर्जन को ऐसी हालात में काम नहीं करने की बात कही.

कर्मियों की मानें तो उन्हें उनके जान के साथ स्वास्थ विभाग के अधिकारी खिलवाड़ कर रहे हैं. उन लोगों को जो किट उपलब्ध कराया गया है वह सिर्फ दिखावे के लिए है, उसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं है. ना ही गाड़ियों को सैनिटाइज कराया जाता है. यही कारण है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज को पहुंचाने गए एंबुलेंस चालक का भी रिपोर्ट पॉजिटिव आया है.

नालंदा जिला एंबुलेंस चालक संघ के जिलाध्यक्ष अमित कुमार पांडेय ने बताया कि इसके पूर्व भी वे लोग नालंदा के सिविल सर्जन से लिखित शिकायत की थी. जिसमें उन्होंने सिविल सर्जन से किसी प्रकार का सुरक्षा उपकरण नहीं दिए जाने की बात कही थी. मगर नालंदा के सिविल सर्जन ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया. यही कारण है कि आज हम लोगो के एक कर्मी का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है. संघ के अध्यक्ष ने कहा कि यदि हम लोगों को सुरक्षा उपकरण नहीं दिया जाएगा और समय-समय पर गाड़ियों का सैनिटाइज नहीं किया गया तो वे लोग कार्य करने में अपनी असमर्थता दिखा देगें.

वहीं नालंदा के सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने कहा कि पूर्व में सभी एंबुलेंस कर्मियों को पीपीई किट उपलब्ध कराया गया है और गाड़ियों का भी सैनिटाइज कराया गया है. अगर किन्ही कर्मी को और जरूरत है तो वह किट उपलब्ध करा देंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए रात दिन हमारे स्वास्थ्य कर्मी लगे हुए हैं. हमें उनके स्वास्थ्य की चिंता है और सभी को मास्क और जिन्हें पीपीई किट की जरूरत थी उन्हें दी गई है. (प्रणय राज की रिपोर्ट).

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