कैमूर : ग्रामीण चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर सीएस से लगाई गुहार
कैमूर जिले के अलग-अलग क्षेत्र के ग्रामीण चिकित्सकों ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर सीएस कार्यालय पहुंच प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए सीएस को ज्ञापन देते हुए गुहार लगायी.
बता दें कि बिहार में ग्रामीण चिकित्सकों को कोरोना काल में प्रशिक्षण देकर नियुक्ति करने के लिए चिट्ठी निकाली गई थी. लेकिन आज तक न तो उन्हें कार्यभार सौंपा गया न वेतन दिया जा रहा है. जिसको लेकर आज ग्रामीण चिकित्सक सीएस कार्यालय पहुंचकर अपनी नियुक्ति के लिए प्रभारी सीएस डॉ मीना कुमारी से मिले.
ग्रामीण चिकित्सकों ने बताया कि अभी तक जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षण नहीं कराया गया है. जिसको लेकर अपनी मांगों को रखने के लिए सीएस कार्यालय पहुंचे हुए हैं. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर पूरे बिहार पांच हजार ग्रामीण चिकित्सक टेंट लगाया गया था. जिसमें सभी लोगों को ट्रेंड कराया गया था और जिसका सर्टिफिकेट भी दिया गया था. जिसके बाद सरकार के द्वारा आदेश दिया गया कि ग्रामीण चिकित्सकों को कहीं न कहीं प्रशिक्षित किया जाये. पहले कहा गया कि यक्ष्मा केंद्र में लगाया जाये. उसके बाद कोरोना काल को देखते हुए इन सब को ग्रामीण क्षेत्रों में लगाया जाये. लेकिन हमारे जिला में ऐसा नहीं हुआ है और दूसरे जिलों में ग्रामीण चिकित्सकों को कार्य कराया जा रहा है. यहां अबतक प्रशिक्षित क्यों नहीं किया जा रहा है. इसी को लेकर हमलोगों ने सीएस से मिलने आये थे, जिनके द्वारा कहा गया है कि अभी यहां विभाग द्वारा कोई आदेश नहीं आया है, इसलिये अभी आप लोंगों की जरूरत नहीं है, अगर आएगा तो आप सब को बुला लिया जायेगा.
वहीं प्रभारी सिविल सर्जन मीना कुमारी ने बताया कि सरकार के द्वारा आदेश आया था कि ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सकों को कार्य दिया जाय और हर एक मरीज पर इन्हें दो सौ रुपये दिया जाये. लेकिन, किस मद से ये दिया जायेगा, इसका विवरण उसमें नहीं दिया गया था. जिसको लेकर मैंने पहले ही पटना विभाग के डायरेक्टर को पत्र लिखकर दिया है. लेकिन, अभी तक उधर से कुछ जवाब नहीं आया है. आज पुनः मै विभाग को पत्र लिखूंगी. अगर, जवाब आ जाता है तो ग्रामीण चिकित्सकों को ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य दिया जाएगा और जिस तहत वेतन भुगतान कराना होगा किया जाएगा. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
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