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कैमूर : बकरे के मीट कारोबार की आड़ में अवैध मांस कारोबार का पुलिस ने किया भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

कैमूर जिले से बड़ी खबर है, जहां मोहनियां थाना क्षेत्र के लरियां गांव में बकरे के मांस की आड़ में अवैध मांस कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है. यह कार्रवाई पीपुल फॉर एनिमल एवं गांव ज्ञान फाउंडेशन के अधिकारियों ने की है.

दरअसल, पीपुल फॉर एनिमल मेनका गांधी की टीम को काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि कैमूर जिले के मोहनिया में अवैध तरीके से मांस का कारोबार हो रहा है. वहीं छापेमारी करने के लिए आई टीम ने मोहनिया एसडीएम डीएसपी व थानाध्यक्ष के साथ मिलकर लरियां गांव पहुंचे, जहां बकरे के मांस की आड़ में अवैध मांस का कारोबार चल रहा था. जिसका भंडाफोड़ करते हुए मौके से दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया जबकि एक कंटेनर को भी जप्त किया है. वहीं मौके से पैकेट बंद मांस भी बरामद किया गया है. जिसको जांच के लिए पशुपालन विभाग द्वारा लिए गए सैम्पल को एफसीएल पटना भेजा गया है, पीपुल फॉर एनिमल्स संगठन का नेतृत्व शशांक शेखर एवं गो फाउंडेशन का नेतृत्व लता कुमारी कर रही थी. उक्त स्थल से जो कंटेनर बरामद हुआ है, उसमे काफी मात्रा में पैकेट बंद मांस रखा हुए था. पुलिस ने जब कारोबार से संबंधित लाइसेंस की मांग की तो संचालक द्वारा दिखाए गए कागजात पर 16 किलो तक के बकरे के मांस कारोबार की अनुमति दी गई थी,इसकी आड़ में यह अवैध धंधा चल रहा था. पुलिस ने उक्त कारोबार के प्रबंधक मेरठ यूपी निवासी पंकज शर्मा एवं कंटेनर चालक ग्राम डंगेजा, थाना कुन्हना जिला नुहु यूपी निवासी इकबाल को गिरफ्तार कर लिया गया,मांस लदे कंटेनर को जप्त कर चेक पोस्ट के यार्ड में खड़ा किया गया है.

गुरुवार को पुलिस पदाधिकारी की मौजूदगी में मोहनिया के पशु चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा पैकेट बंद मांस का सैम्पल लिया गया. जिसे एफसीएस पटना में जांच के लिए भेजा गया. पीपुल फॉर एनिमल संगठन के पदाधिकारी शशांक शेखर बताते हैं कि मुझे काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि कैमूर जिले मोहनिया में प्रतिबंधित मांस का कारोबार चल रहा है, जिसके छापेमारी के लिए हम लोग एसडीएम डीएसपी वह थानाध्यक्ष को साथ में लेकर लरिया गांव पहुंचे. जहां मौके से छापेमारी करते हुए अवैध मांस को बरामद कर एक कंटेनर को जप्त किया है वहीं मौके से दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. हम लोग मेनिका गांधी की टीम पीपुल फॉर एनीमल्स एवं गौ ज्ञान फाउंडेशन की तरफ से हैं जो यह जीव जंतु ज्ञान बोर्ड भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है, हम लोग जीव जंतुओं की वेलफेयर के लिए काम करते हैं. छापेमारी के बाद पकड़े गए प्रबंधक से जब लाइसेंस मांगा गया तो उन्होंने गोट एवं मुर्गी फार्म का लाइसेंस दिखाया जबकि इस में अवैध मांस का कारोबार चल रहा था जिसको हम लोगों ने गिरफ्तार किया है एवं आगे की कार्रवाई में जुटे हुए हैं. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).

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