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बेगूसराय : मंडल कारा के एंबुलेंस चालक की नृशंस हत्या

बेगूसराय से बड़ी खबर है, जहां बेखौफ अपराधियों ने मंगलवार की सुबह मंडल कारा के एंबुलेंस चालक की नृशंस तरीके से हत्या कर दी. घटना नगर थाना क्षेत्र के सुभाष चौक के समीप की है, जहां बदमाशों ने मंडल कारा के एंबुलेंस चालक धर्मेंद्र रजक का हाथ-पैर बांधकर दोनों हाथ का नस काटने के बाद एसिड पिला दिया और गला घोंट कर मरा समझ छोड़ दिया. घटनास्थल से एसिड की बोतल और रस्सी बरामद की गई है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस एवं परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

फ़ाइल फ़ोटो : मृत्त एंबुलेंस चालक

वहीं घटना के पांच घंटे बाद भी किसी प्रशासनिक या जेल के अधिकारी के नहीं पहुंचने से आक्रोशित लोगों ने समाहरणालय के द्वार पर शव रखकर गेट बंद कर दिया. जिसके कारण डीएम समेंत तमाम अधिकारियों को काफी देर तक बाहर खड़ा रहना पड़ा. इसके बाद डीएम, एसपी एवं कारा अधीक्षक नेे परिजनों से घटना की जानकारी लेकर आश्रितों को नौकरी देने समेत सरकारी प्रावधान के तहत सभी सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.

घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि रात में उन्होंने अपने घर फोन कर बताया था कि एक कैदी को लेकर पटना जा रहे हैं, सुबह तक वापस लौट आएंगेे. परिजनों के अनुसार, सुबह करीब तीन बजे जब वह पटना से लौट रहे थे तो सुभाष चौक के समीप फोन कर उन्हें रोका गया. उसके बाद पकड़कर दोनों हाथों का नस काट दिया तथा जबरन एसिड पिलाया और रस्सी से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दिया. मृतक एंबुलेंस चालक के पुत्र संदीप कुमार ने जेल प्रशासन पर साजिश के तहत हत्या करवाने का आरोप लगाते हुए बताया कि पिछले साल जेल में बंद एक कैदी की मौत के बाद मेरे पिता पर बयान बदलने का दबाव बनाया जा रहा था और गलत बयान नहीं देने के कारण उनकी हत्या कराई गई है. इसमें अगर जेल प्रशासन की मिलीभगत नहीं है तो अपराधियों को उनके लोकेशन का कैसे पता चला.

उधर, कारा अधीक्षक बृजेश सिंह मेहता ने बताया कि जेल के एक विचाराधीन कैदी राम बदन सिंह की तबीयत अत्यधिक खराब रहने पर उसे बेहतर इलाज कराने के लिए सोमवार को पांच पुलिस बलों के साथ पटना पीएमसीएच ले जाया गया था. सभी पुलिस बल कैदी को लेकर वहीं रुक गए तथा ऑन ड्यूटी धर्मेंद्र खाली एंबुलेंस लेकर बेगूसराय मंडल कारा लौट रहा था. इसी बीच अहले सुबह के 3:15 बजे घटना की जानकारी मिली. वहीं डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि हत्या के कारण का अभी स्पष्ट पता नहीं चला है. पटना से लौटने के क्रम में हत्या हुई है. मृतक के इकलौते पुत्र को अनुकंपा पर नौकरी दी जाएगी तथा परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराया जाएगा. मामले की गहन जांच कर दोषी के विरुद्ध अभिलंब कार्रवाई होगी. अनुकंपा पर नौकरी और भविष्य निधि फंड में जमा रकम परिजनों को देने की प्रक्रिया की जा रही है. इस तरह की घटनाओं में सरकारी प्रावधान के अनुसार मुख्यमंत्री परिवारिक लाभ योजना के तहत सहायता मुहैया कराई जाएगी. पूर्व में परिवार के साथ एक घटना हुई थी, उसकी भी जांच की जाएगी. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).

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