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चाईबासा : ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के चपेट में आने से तीन हाथियों की कट कर मौत, इंजन छतिग्रस्त

संतोष वर्मा

चाईबासा में दक्षिण पूर्व रेलवे के अंतर्गत पड़ने वाली खड़गपुर रेल के मुंबई भाया टाटा होकर कोलकाता की ओर जाने वाली मुख्यमार्ग के चाकुलिया कानीमोहाली हॉल्ट व गिधनी स्टेशन के बीच सोमवार की रात करीब डेढ़ बजे ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के चपेट में आ जाने के कारण तीन हाथियों की ट्रेन से कट कर मौत हो गई. वहीं इस घटना के कारण हावड़ा-मुंबई रेल मुख्यमार्ग के डाउन लाईन से ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया. हावड़ा से टाटानगर, मुबंई, दिल्ली तथा रांची, चाईबासा की ओर आवागमन करने वाली ट्रेनों का परिचालन अप लाईन से कराये जाने के कारण सभी ट्रेनें विलंब से चल रही है. इस कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस हादसे में उक्त ट्रेन के इंजन छतीग्रस्त हो गया है. जबकि ट्रेन के चालक की सुझबुझ से एक बड़ी हादसा होने से टल गया है.

ज्ञात हो कि दुर्घटना के बाद ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस करीब 4 घंटा तक घटना स्थल पर ही रूकी रही. वहीं छतिग्रस्त बिजली के खंभे को मरम्मत करने का कार्य जारी है. इस कारण झारग्राम पुरूलिया मेमू पैसेंजर ट्रेन व झारग्राम धनबाद मेमू पैसेंजर ट्रेन का परिचालन रद्द कर दिया गया.

सुचना के अभाव में हुई हादसा

रेल से गजराज की मौत ना हो इसके लिए रेल प्रबंधन व बंगाल, झारखंण्ड तथा ओड़िसा राज्य के वन विभाग के प्रबंधनों के साथ जिले के उपायुक्तों के समक्क्ष हुई थी पूर्व में बैठक और बैठक में निर्णय लिया गया थी की जब हाथी जंगल से बाहर निकले रेलवे लाईन की ओर तो सबंधित वन विभाग के अधिकारी द्वारा रेलवे को इसकी सूचना देगी. इसी सूचना के आलोक में वन विभाग द्वारा दिये गये क्षेत्रों में ट्रेन की रफ्तार पर नियंत्रण लगाते हुए धिमी गती से पार करेगी ट्रेन ताकी हाथी ट्रेन के चपेट में नहीं आ पायेंगे. लेकिन, वन विभाग द्वारा सूचना नहीं दिये जाने के कारण वन क्षेत्र से सटे रेलवे लाईन पर ट्रेनों की रफ्तार कम नहीं की जाती है. जिसका परिणाक ट्रेन से कट कर हाथी की मौत हो जाती है.

गौरतलब है कि वन विभाग के द्वारा सुचना नहीं दिये जाने के कारण 2018 के तीन के अंतराल में ओड़िशा व बंगाल क्षेत्र में छह हाथी की ट्रेन से कट कर मौत हो गयी ओर रेलवे को करोड़ो का नुकसान हो गया है.

क्या कहते है दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी

बीती रात को हुई ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत पर दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी संजय घोष ने दुरभाष पर घटना की पुष्टी करते हुए घोष ने कहा कि यह हादसा दु:खदाई है. इस पर गहरा सोक प्रकट करता है रेलवे प्रबंधन. संजय घोष ने कहा कि यदी वन विभाग द्वारा हाथी आने की सूचना दी होती तो उस मार्ग पर ट्रेनों के परिचालन पर नियंत्रण लगाया जाता और ट्रेन अपने निर्धारित रफ्तार से धिमी गती में गुजरता लेकिन वन विभाग द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई रेलवे को, जिसके कारण यह हादसा हुआ.

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