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सीवान : महाराजगंज नपं अध्यक्ष राजकुमारी देवी व उपाध्यक्ष दिनेश साह की कुर्सी खाली, नहीं जुट पाया जादुई बहुमत का आकड़ा

शाहिल कुमार

https://youtu.be/f8fEWPDK-rw

सीवान के महाराजगंज नगर पंचायत में मंगलवार को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के कार्यो से क्षुब्ध पार्षदों के द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की विशेष बैठक में 14 पार्षदों में आठ पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करते ही अध्यक्ष राजकुमारी देवी व उपाध्यक्ष दिनेश साह की कुर्सी चली गई.

गौरतलब है कि पिछले 29 जून को नपं के 14 सदस्यीय पार्षदों में आठ पार्षदों ने नपं अध्यक्ष राजकुमारी देवी उपाध्यक्ष दिनेश साह के खिलाफ अनियमितता भरी कार्यकलाप को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया था. जिसके बाद से ही नगर पंचायत के गलियारो में राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म हो गईं थी. अविश्वास प्रस्ताव के लगें 23 दिनों में पुरे नपं में पक्ष विपक्ष अपने-अपने पाले में बहुमत के दावें कर रहें थे. आखिरकार चल रहे उठापटक पर विराम लगाते हुए अध्यक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 23 मई दिन मंगलवार को विशेष बैठक बुलाई हुई.

नगर पंचायत के सभागार में हुईं विशेष बैठक में विपक्षी खेमे का प्रतिनिधित्व कर रहीं वार्ड पार्षद मंजू देवी के नेतृत्व में आठ पार्षद अंकज कुमार, रंजू देवी, उमाशंकर सिंह, आसमा खातुन, मनोज कुमार, सोहन चौधरी व सेराज आलम के साथ पहुँची तो वही वर्तमान अध्यक्ष राजकुमारी देवी के साथ उपाध्यक्ष दिनेश साह, नजमा खातुन, गुड़िया कुमारी, ईश्वर पांडेय व रंजू मिश्रा के साथ सदन में उपस्थित हुई.

नपं के विशेष बैठक पर्वेक्षक डीसीएलआर प्रवीण कुमार उपस्थिति में वार्ड पार्षद उमाशंकर सिंह की अध्यक्षता में सदन में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई. चर्चा में गोपनीय रूप से मत वोटींग के तहत फैसला हुआ. नपं के अविश्वास प्रस्ताव में जहाँ चौदह वार्ड पार्षदों में निर्वतमान अध्यक्ष व उपाध्यक्ष खेमा महज छः ही पार्षदों पक्ष में दिखे तो वहीं विपक्षी खेमा आठ पार्षदों के साथ अविश्वास प्रस्ताव लाने में सफल होते हुए आखिरकार अध्यक्ष राजकुमारी देवी व उपाध्यक्ष दिनेश साह की कुर्सी गवानी पड़ी.

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ परिणाम आते ही उपस्थित समर्थकों मे मायुसी छा गई तो वहीं विपक्षी खेमा में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. ईओ अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि 29 जुन को आठ पार्षदों के द्वारा लाएँ गए अविश्वास प्रस्ताव पर अध्यक्ष द्वारा निर्धारित तिथी पर आज विशेष रूप से चर्चा हुई. जिसमें अध्यक्ष राजकुमारी देवी व उपाध्यक्ष दिनेश साह सदन में अपनी कुर्सी को बरकरार रखने के लिए बहुमत के पर्याप्त आकडे जुटाने मे नाकाम हुए. इस तरह से आठ पार्षदों द्वारा लाएँ अविश्वास प्रस्ताव की मुहर बरकरार रहीं. आज से नपं अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की पद रिक्त हो गई. नपं की अगली सरकार के गठन के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को प्रतिवेदन दी जा रही है, जहाँ से चुनाव की तिथि निर्गत होगी व तय समय पर चुनाव होगा.

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