बाढ़ : दानापुर रेल मंडल के किसी स्टेशन पर नहीं है शव रखने की व्यवस्था

ब्रजकिशोर ‘पिंकू’
दानापुर मंडल रेल के बाढ़, बख्तियारपुर स्टेशन से लेकर मोकामा जंक्शन तक रेल में होने वाले हादसे के दौरान अज्ञात शवों का कोई देखने वाला नहीं है. हालात यह है कि 48 घंटा जेल पुलिस को लाश को खुले में रखना पड़ता है.
बता दें कि किसी भी स्टेशन पर लाश को रखने के लिए मुकम्मल कोई व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण प्लेटफॉर्म पर ही शव को खुले में रख दिया जाता है और यात्री उसके बदबू से परेशान रहते हैं. कई बार इसको लेकर यात्रियों ने आवाज उठाई है. लेकिन डीआरएम ऑफिस से किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं हुई.
गौरतलब है कि बख्तियारपुर बाढ़ और मोकामा स्टेशनों पर प्रतिदिन हजारों हजार यात्रियों का आना जाना होता है और लाखों का राजस्व इन स्टेशनों सरकार को प्राप्त होता है. इसके बावजूद आज तक एक लावारिस लाश को रखने के लिए एक शीत गृह की व्यवस्था नहीं की गई है।जिसको लेकर यात्री में आक्रोश देखा जाता है. वही यात्री नाक पर रुमाल रखकर आना जाना करते हैं.
Comments are closed.