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मोतिहारी : घोड़ासहन प्रखंड परिसर में दिनदहाड़े दो लोगों की गोली मारकर हत्या

एम के सिंह

बिहार में अपराध चरम पर है. सूबे के नये डीजीपी का खौफ भी अपराधियों के बीच कोई खास नहीं दिख रहा है. सोमवार को पुलिस-प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए बेखौफ अपराधियों ने पूर्वी चंपारण जिले के नेपाल सीमावर्ती घोड़ासहन में एक बड़ी घटना को अंजाम दिया है.

बता दें कि घोड़ासहन प्रखंड कार्यालय परिसर में दिनदहाड़े अपराधियों ने दो लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी. ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद प्रखंड परिसर में अफरा-तफरी मच गयी. घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी फिल्मी अंदाज में आराम से फायरिंग करते हुए भाग निकले.  हत्या की वजह भूमि विवाद को माना जा रहा है. मृतकों की पहचान शंभू राय और सियाराम कुशवाहा के रूप में हुई है. मृतक शंभू राय कदमवा और सियाराम महतो रजवाड़ा का रहने वाला है. मृतक सियाराम वार्ड सदस्य भी था.

जानकारी के मुताबिक पहले से चल रहे जमीन विवाद में हत्या की इस घटना को अंजाम दिया गया है. बताया गया है कि प्रखंड कार्यालय से बाहर निकलते ही मेन गेट पर अपराधियों ने दोनों को सिर में गोली मार दी. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची गई है और मामले की छानबीन में जुट गई.

उधर, इस घटना की खबर जंगल की आग की तरह पूरे घोड़ासहन में फैल गयी. देखते ही देखते भारी संख्या में लोग घटनास्थल पर जुट गये. लोगों ने आगजनी कर सड़क जाम कर दिया और पुलिस-प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करने लगे. यहां स्थिति तनावपूर्ण हो गयी.

सूचना पाकर जिले के एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा एवं सिकरहना डीएसपी आलोक कुमार सिंह मौके पर पहुंचे. दोनों पुलिस पदाधिकारियों को देख लोगों का गुस्सा भड़क उठा. आक्रोशित लोगों द्वारा पुलिस वाहन पर भी हमला किए जाने की भी खबर है. कई थाने की पुलिस इस समय घोड़ासहन में कैंप कर रही है. एसपी के नेतृत्व में पूरा प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा है.

विदित हो कि इससे पहले भी शंभू राय के भाई सुरेंद्र राय की हत्या की जा चुकी है. पिछले साल भी शंभू राय को गोली मारी गई थी लेकिन वे संयोग से बच गए थे.

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