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गोपालगंज : आगलगी से बेघर हुआ परिवार, दो सप्ताह बाद भी नहीं मिली प्रशासनिक मदद

सुशील श्रीवास्तव

गोपालगंज में एकबार फिर शासन-प्रशासन को लापरवाही सामने आई है, जहां पिकहले दो सप्ताह से इस जाड़े की रात में एक परिवार खुले आसमान के निचेरात गुजारने को विवश है.

बता दें कि झोपड़ी में आग लगने से एक परिवार पूरी तरह से बेघर हो गया है. इस परिवार के सभी सदस्य पिछले दो सप्ताह से खुले असमान के नीचे रात गुजार रहे है. दिन के उजाले में यह परिवार किसी तरह इधर उधर रहकर अपना पेट पाल ले रहा है. लेकिन ठंढी रात इस पीडित परिवार के लिए जानलेवा साबित होने लगा है. गोपालगंज नगर थाना के इन्दरवा बैरम गाँव में पिछले दो सप्ताह पूर्व घर में रखे दीपक की वजह से आग लग गयी. यह आग इस कदर भीषण था कि जबतक परिवार के सभी सदस्य कुछ समझ पाते. तबतक पूरा आशियाना धूधू कर जल गया. इस अगलगी में इदरवा बैरम गांव की 60 वर्षीय विधवा पार्वती कुंवर के घर में रखे हजारो रूपये नगदी, खाने के अनाज और रहने के लिए बिस्तर सबकुछ जलकर ख़ाक हो गया था. यहाँ तक के इस आग में दो मवेशी भी बुरी तरह झुलस गए थे. जो अभी भी वैसे ही झुलसे हुए है.

पीड़ित पार्वती कुंवर के परिवार में कुल 8 सदस्य है. लेकिन यह परिवार अब पूरी तरह खुले असमान के नीचे रहने के लिए विवश है. पार्वती कुंवर ने बताया कि बीते 15 नवम्बर को रात को उनकी घर में अचानक आग लग गयी. इस अग्निकांड में खाने का अनाज, माल मवेशी सभी जल गए थे. इस घटना के बाद कोई उनका हाल जानने वाला कोई नहीं है. घर के पीड़ित सदस्य विनोद साह के मुताबिक आज लगी की घटना को 15 दिन से ज्यादा हो गया है. थावे प्रखंड के सीओ साहब आये थे. वे सबकुछ लिखा पढ़ी करके चले गए. अभी तक सरकार और प्रशासन के द्वारा कोई भी मदद नही मिला है. वे थाना में भी गुहार लगाने के लिए गए. वहा भी दो चार सौ रूपये खर्च हो गये. लेकिन मदद के लिए अभीतक कोई मुआवजा नहीं मिला.

इन्दरवा बैरम गांव के सामाजिक कार्यकर्ता फिरोज आलम ने बताया कि आगलगी में घर के सभी सामान जल गए थे. तब से यह परिवार ऐसे ही खुले असमान के नीचे रह रहे है. सरकारी कर्मचारी एक बार आये जरुर. लेकिन मदद के नाम पर नतीजा सिफर निकला. इस मामले में जब थावे के सीओ से बात कि गयी तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बताने से इंकार किया. सीओ ने कहा की जल्द ही पीड़ित परिवार को सरकारी प्रावधान के तहत मुआवजा दिया जायेगा.

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